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    अधीर रंजन चौधरी लोकसभा से अनिश्चितकाल के लिए निलंबित, गलत आचरण और सदन की कार्यवाही बाधित करने पर कार्रवाई

    By AgencyEdited By: Amit Singh
    Updated: Thu, 10 Aug 2023 08:27 PM (IST)

    लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी को अनियमित आचरण के लिए लोकसभा से निलंबित कर दिया गया है। चौधरी को निलंबित करने का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा सदन में लाया गया था। अब जब तक मामला प्रिविलेज कमेटी के पास लंबित है और जांच रिपोर्ट आती है तब तक वो सदन से सस्पेंड रहेंगे।

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    संसदीय कार्य मंत्री के प्रस्ताव पर अधीर रंजन चौधरी निलंबित

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा से अनिश्चित काल तक के लिए निलंबित कर दिया गया है। उनके निलंबन को फिलहाल तब तक जारी रखने का फैसला लिया गया है जब तक लोकसभा की विशेषाधिकार समिति उनके मामले की जांच कर रिपोर्ट सदन को नहीं दे देती है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई सदन में उनके गलत आचरण, देश की छवि को गलत तरीके से पेश करने और सदन की कार्यवाही में बार-बार व्यवधान डालने के आरोपों के आधार पर की गई है।

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    विशेषाधिकार समिति करेगी जांच

    इस बीच उनके खिलाफ लगे सभी आरोपों को जांच के लिए विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया गया है। इससे पहले सदन में अविश्वास प्रस्ताव के नामंजूर होते ही सरकार ने अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव पेश किया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि सदन में कांग्रेस नेता चौधरी का आचरण ठीक नहीं है। ऐसे में उन्हें निलंबित किया जाए और मामले की जांच विशेषाधिकार समिति को सौंपी जाए।

    इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ने प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए सदन से इसकी स्वीकृति ली और उन्हें निलंबित करने की घोषणा कर दी। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान चौधरी ने सदन में पीएम सहित सरकार के खिलाफ कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी। हालांकि सरकार की आपत्ति के बाद इनमें से कई अंशों को तुरंत ही कार्यवाही से हटा दिया गया।

    अपमान करने के लिए कुछ नहीं बोला

    इस बीच खुद पर हुई निलंबन की कार्रवाई और मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने को लेकर अधीर रंजन ने बेहद सधी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं जो प्रधानमंत्री या फिर सदन की गरिमा के खिलाफ था। उन्होंने तो महाभारत के कुछ उदाहरण दिए थे, लेकिन उनकी बात को ठीक तरीके से न समझा जाए और उसकी गलत व्याख्या की जाए तो वे क्या कर सकते हैं। मैंने प्रधानमंत्री का अपमान करने के लिए कुछ नहीं बोला। मैंने तो कुछ नजीर दी थीं। जानकारों की मानें तो चौधरी के खिलाफ यह कार्रवाई प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ की गई गंभीर टिप्पणियों के चलते की गई है।