कौन हैं डी पुरंदेश्वरी? लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में है जिनका नाम; नायडू से है नाता
लोकसभा अध्यक्ष पद की होड़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली एनडीए सरकार के दो सहयोगी दल जदयू और टीडीपी भी नजर आ रहे हैं। विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए ने कहा है अगर लोकसभा अध्यक्ष का पद टीडीपी के पास जाता है तो उनकी ओर से भी समर्थन मिलेगा। आंध्र प्रदेश की महिला नेता डी. पुरंदेश्वरी का नाम भी लोकसभा स्पीकर पद के लिए चर्चा में है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में सीटों की संख्या और पक्ष-विपक्ष के बीच जारी खींचतान को देखते हुए अध्यक्ष पद खासा अहम हो गया है। इस बार लोकसभा अध्यक्ष पद की होड़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली एनडीए सरकार के दो सहयोगी दल जदयू और टीडीपी भी नजर आ रहे हैं। इधर, विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए की ओर से कहा गया है कि अगर लोकसभा अध्यक्ष का पद टीडीपी के पास जाता है तो उनकी ओर से भी समर्थन मिलेगा।
हालांकि, कयास तो यह भी लग रहे हैं कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में फिर से ओम बिरला को ही लोकसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। ओम बिरला को मोदी मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से इन कयासों बल मिला है। दूसरी ओर आंध्र प्रदेश में भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष दग्गुबती पुरंदेश्वरी (डी. पुरंदेश्वरी) का नाम भी लोकसभा स्पीकर पद के लिए चर्चा में आ रहा है, जिनके टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू से खासा नाता बताया जा रहा है। आइए जानते हैं कौन हैं डी. पुरंदेश्वरी...
कौन हैं दग्गुबती पुरंदेश्वरी?
आंध्र प्रदेश में 22 जनवरी 1959 को जन्मी दग्गुबती पुरंदेश्वरी राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और अभिनेता रहे एनटी रामाराव (NTR) की दूसरे नंबर की बेटी हैं। राजनीति में डी. पुरंदेश्वरी दक्षिण की सुषमा स्वराज के नाम से चर्चित हैं। पुरंदेश्वरी ने ग्रेजुएशन करने के बाद जेमोलॉजी में डिप्लोमा भी किया। इसके बाद साल 1997 में हैदराबाद इंस्टीट्यूट ऑफ जेम्स एंड ज्वेलरी (Hyderabad Institute Of Gem And Jewellery) की स्थापना की।
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नायडू से क्या रिश्ता है?
चंद्रबाबू नायडू की शादी टीडीपी के संस्थापक एनटी रामाराव की बेटी नारा भुवनेश्वरी से हुई है। दग्गुबती पुरंदेश्वरी नायडू की पत्नी नारा भुवनेश्वरी की बहन हैं। पुरंदेश्वरी ने नायडू का उस वक्त समर्थन किया था, जब उनकी अपने ससुर एनटीआर को सत्ता से हटाकर खुद सीएम बनने के चलते आलोचना हो रही थी। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर भाजपा दग्गुबती पुरंदेश्वरी को लोकसभा स्पीकर बनाती है तो नायडू भी उनका विरोध नहीं करेंगे।
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पुरंदेश्वरी को भाजपा क्यों बना सकती है स्पीकर?
दरअसल, डी. पुरंदेश्वरी कम्मा समुदाय से आती हैं। हालांकि, चंद्रबाबू नायडू भी इस समुदाय से ही हैं। आंध्र प्रदेश की राजनीति में यह समुदाय खासा प्रभावशाली है। कम्मा समुदाय को टीडीपी का पारंपरिक वोट बैंक माना जाता है। ऐसे में माना जा रहा है कि पुरंदेश्वरी के बहाने भारतीय जनता पार्टी, तेलगू देशम पार्टा के परंपरागत वोट बैंक में सेंध लगाना चाहती हैं।
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