Delhi फतह के साथ भगवा रंग में रंगा भारत, 21 राज्यों में BJP-NDA की सरकार; देखें देश का सियासी नक्शा
Delhi Election Result 2025 दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भाजपा की लहर देखने को मिली। इस लहर में आम आदमी पार्टी बुरी तरह हारी और वो 62 से सीधा 22 सीटों पर सिमट गई। वहीं भाजपा को 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में काबिज होने का मौका मिला। दिल्ली की जीत के साथ ही भाजपा अब 21 राज्यों में सहयोगियों के साथ सत्ता संभाल रही है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के चुनावी परिणाम में भाजपा की लहर देखने को मिली, जिसमें केजरीवाल की AAP बुरी तरह बिखर गई। भारतीय जनता पार्टी ने 27 वर्षों के बाद दिल्ली विधानसभा का चुनाव जीत कर सत्ता में वापसी की है।
भाजपा 70 में से 48 सीटें जीतने में सफल रही। यानी वर्ष 2020 के आठ सीटों के मुकाबले इस बार 40 ज्यादा सीटें जीतीं। वहीं, पिछले तीन चुनावों में 28, 67 और 62 सीटें जीतकर सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी को महज 22 सीटें मिलीं, जो उसका अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
इसके साथ ही देश में ऐसे राज्यों की संख्या 21 हो गई है, जहां भाजपा की अकेले या सहयोगियों के साथ सरकारें हैं।
इन राज्यों में BJP या NDA की सरकार
- उत्तर प्रदेश
- उत्तराखंड
- हरियाणा
- बिहार
- ओडिशा
- राजस्थान
- गुजरात
- महाराष्ट्र
- गोवा
- मध्य प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- दिल्ली
- आंध्र प्रदेश
- असम
- अरुणाचल प्रदेश
- मणिपुर
- त्रिपुरा
- मेघालय
- सिक्किम
- नगालैंड
- पुडुचेरी
भगवा लहर में AAP के दिग्गज धराशायी
भगवा लहर में आप के राष्ट्रीय संयोजक व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सौरभ भारद्वाज, पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन सहित पार्टी के कई बड़े नेता चुनाव हार गए। मुख्यमंत्री आतिशी को भी कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ा, लेकिन वह लगभग 3,500 मतों से चुनाव जीतने में सफल रहीं।
कांग्रेस को फायदा, मत फीसद बढ़ा
कांग्रेस के प्रदर्शन में सुधार हुआ है। उसका मत प्रतिशत बढ़ा है, लेकिन लगातार तीसरे चुनाव में भी उसका खाता नहीं खुल सका।
AAP के वोटरों में BJP ने ऐसे लगाई सेंध
वर्ष 2014 व वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सातों सीटें जीतने के कुछ माह बाद हुए विधानसभा चुनावों में उसे बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। इसलिए पार्टी इस बार सतर्क थी और लोकसभा चुनाव के बाद से ही तैयारी शुरू कर दी थी। आप का मजबूत वोट बैंक समझी जाने वाली झुग्गी बस्तियों में पार्टी ने जून से ही जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया था।
इसके साथ ही केजरीवाल व आप सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को पार्टी ने मुद्दा बनाना शुरू कर दिया था। शराब घोटाला, शीशमहल जैसे मुद्दे जोरशोर से उठाए शराब घोटाला और शीशमहल के मामले को पार्टी ने जोरदार ढंग से उठाया।
चुनाव प्रचार शुरू होने पर भ्रष्टाचार के आरोपों को और धार दिया गया। पीएम मोदी ने दिल्ली की बदहाली के लिए आप सरकार के भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे आप-दा कहकर संबोधित किया। उन्होंने विश्वस्तरीय दिल्ली बनाने के लिए आप-दा से मुक्ति का आह्वान करते हुए दिल्लीवासियों से सेवा का मौका देने की अपील की।
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