बच्चों को लेकर भागवत के बयान पर छिड़ी बहस, BJP ने किया बचाव तो संजय राउत ने कसा तंज
Mohan Bhagwat statement भाजपा ने मोहन भागवत की टिप्पणी का स्वागत किया जबकि विपक्षी दलों ने पूछा कि बढ़ी हुई आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए संसाधन कहां से आएंगे? विपक्षी दलों ने कहा कि खाद्य सामग्री की कीमतें अधिक हैं और सरकार लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने में विफल रही है ऐसे में ज्यादा बच्चे कैसे सही होंगे।

एजेंसी, नई दिल्ली। भारत की घटती प्रजनन दर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा चिंता जताए जाने के एक दिन बाद भाजपा ने सोमवार को उनकी टिप्पणी का स्वागत किया, जबकि विपक्षी दलों ने पूछा कि बढ़ी हुई आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए संसाधन कहां से आएंगे? विपक्षी दलों ने कहा कि खाद्य सामग्री की कीमतें अधिक हैं और सरकार लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने में विफल रही है।
भागवत बोले- 3 बच्चे जरूरी
रविवार को नागपुर में एक कार्यक्रम में भागवत ने परिवारों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और आगाह किया कि जनसंख्या विज्ञान के अनुसार अगर किसी समाज की कुल प्रजनन दर 2.1 से नीचे गिरती है, तो वह विलुप्त हो सकता है। इसलिए जब हम 2.1 कहते हैं, तो इसका मतलब है कि यह अधिक होना चाहिए, कम-से-कम तीन।
भाजपा ने किया समर्थन
भागवत की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर भाजपा नेता मनोज तिवारी ने कहा कि यह राष्ट्रीय हित में है। आरएसएस एक देशभक्त संगठन है। अगर मोहन भागवत जी ने कुछ कहा है तो यह निश्चित रूप से राष्ट्रीय हित में होगा। इसलिए इसका सकारात्मक विश्लेषण किया जाना चाहिए।
मेरठ से भाजपा सांसद अरुण गोविल ने भी इसी तरह की बात कही। उन्होंने कहा कि उनके विचार राष्ट्रहित में हैं। वह एक परिपक्व व्यक्ति हैं। अगर उन्होंने यह बयान दिया है तो यह देश के हित में है और यह सही ही होगा।
एएनआइ के अनुसार, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भागवत की टिप्पणी पर एआइएमआइएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बयान की आलोचना की और सवाल किया कि वह हिंदुओं के मुद्दे पर क्यों चुप हैं? गिरिराज ने कहा कि ओवैसी हमेशा मुसलमानों के बारे में बात करते हैं। यहां तक कि वह फलस्तीन के बारे में भी बात करते हैं। लेकिन, वह बांग्लादेश में हिंदुओं के मुद्दे पर क्यों चुप हैं।
ओवैसी ने RSS पर कसा था तंज
उल्लेखनीय है कि भागवत पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा था कि संघ प्रमुख कहते हैं कि और बच्चे पैदा करें। ऐसे में अब आरएसएस के लोगों को शादी करना शुरू कर देना चाहिए। विपक्षी नेताओं ने भागवत की टिप्पणी को लेकर सवाल उठाए हैं।
संजय राउत ने दागे सवाल
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने सोमवार को पूछा कि आरएसएस प्रमुख और कितनी आबादी चाहते हैं? क्या आपके पास मौजूदा आबादी को देने के लिए पर्याप्त नौकरियां और घर हैं। कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य रेणुका चौधरी ने कहा कि मैं मोहन भागवत का सम्मान करती हूं, लेकिन उन्हें बच्चों के पालन-पोषण का क्या अनुभव है? आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के सांसद चंद्रशेखर ने पूछा कि बढ़ी हुई आबादी को सहारा देने के लिए अतिरिक्त संसाधन कहां से आएंगे।
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