केंद्र सरकार के 39 फीसदी मंत्री दागी, टॉप पर इन दो दलों के MPs; क्या चुनाव लड़ने पर लगेगा लाइफटाइम बैन?
Tainted MPs in Sansad दागी सांसदों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। 18वीं लोकसभा में चुन कर आए 543 सांसदों में से 46 प्रतिशत यानी 251 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 27 सांसदों को अलग-अलग अदालतों से दोषी भी करार दिया जा चुका है। अब सुप्रीम कोर्ट में इनके चुनाव लड़ने के खिलाफ केस चल रहा है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Tainted MPs in Sansad सर्वोच्च न्यायालय सजायाफ्ता नेताओं को आजीवन चुनाव लड़ने से रोकने की मांग को लेकर दाखिल की गई जनहित याचिका पर सुनवाई कर रहा है। इस बीच, 18वीं लोकसभा में चुन कर आए 543 सांसदों में से 46 प्रतिशत यानी 251 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
27 सांसद हो चुके दोषी करार
इनमें से 27 सांसदों को अलग-अलग अदालतों से दोषी करार दिया जा चुका है। एसोसिएशन आफ डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक दागी सांसदों का यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले 2019 में आपराधिक मामलों वाले 233 यानी 44 प्रतिशत सांसद लोकसभा पहुंचे थे।
10 राज्यों के 50 फीसदी सांसद दागी
प्रदेश | प्रतिशत |
हिमाचल प्रदेश | 50 |
उत्तर प्रदेश | 50 |
बिहार | 53 |
झारखंड | 71 |
बंगाल | 52 |
महाराष्ट्र | 50 |
ओडिशा | 76 |
तेलंगाना | 82 |
केरल | 95 |
तमिलनाडु | 67 |
ये आंकड़े भी चौंकाने वाले
- दरअसल, मोदी सरकार के 39 फीसद मंत्री भी दागी हैं। इन सासंदों पर कई तरह के आपराधिक मामले दर्ज हैं।
- यहीं नहीं 2009 से अब तक दागी सांसदों की संख्या 55 फीसद तक बढ़ गई है।
जहां 2009 में लोकसभा में 30 फीसद दागी सांसद थे, वहीं 2014 में 34, 2019 में 43 और 2024 में यह बढ़कर 46 फीसद जा पहुंची है।
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