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    महाराष्ट्र निकाय चुनाव में BJP का दबदबा, विपक्ष ने लगाए धांधली के आरोप; महायुति की जीत की पांच बातें

    Updated: Mon, 22 Dec 2025 03:54 PM (IST)

    महाराष्ट्र निकाय चुनाव में बीजेपी का दबदबा रहा, जबकि विपक्ष ने कई आरोप लगाए। महायुति ने शानदार प्रदर्शन किया। चुनाव में बीजेपी की जीत कई मायनों में मह ...और पढ़ें

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    महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव में महायुति ने दर्ज की शानदार जीत। (फोटो- एएनआई)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की है। इस निकाय चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

    महायुति गठबंधन में शामिल बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी ने अधिकांश सीटों पर जीत हासिल की है। बीएमसी चुनाव से पहले आए इन नतीजों ने महायुति का आत्मविश्वास बढ़ा दिया है। हालांकि, एक बार फिर से विपक्ष ने चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा कर रहा है। इस बीच आइए आपको महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव की 5 पांच बातें बताते हैं...

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    महायुति गठबंधन को मिली शानदार जीत

    महाराष्ट्र निकाय चुनाव में महायुति गठबंधन को शानदार जीत मिली है। बता दें कि इस गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल हैं।

    महायुति गठबंधन ने नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनावों में दबदबा बनाया और 288 नगर परिषद अध्यक्ष पदों में से 207 पर जीत हासिल की। वहीं, विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) सिर्फ 44 सीटों तक ही सीमित रह गई, जिससे जमीनी स्तर पर सत्ताधारी गठबंधन की संगठनात्मक बढ़त साफ दिखती है।

    सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी BJP

    विधानसभा चुनाव के जैसे ही इस स्थानीय निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इस स्थानीय निकाय निकाय चुनाव में बीजेपी ने 117 नगर पालिका अध्यक्ष पदों और 3,300 से ज़्यादा पार्षद सीटों के साथ शानदार प्रदर्शन किया।

    किस मुद्दे का रहा असर

    गौरतलब है कि बीजेपी और उसके सहयोगियों ने बार-बार नतीजों को विकास-केंद्रित अभियान के समर्थन के तौर पर पेश किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नतीजे जन-केंद्रित विकास में जनता के भरोसे को दिखाते हैं, जबकि फडणवीस ने इस बात पर जोर दिया कि गठबंधन ने निजी हमलों से बचते हुए शासन, इंफ्रास्ट्रक्चर और शहरों और कस्बों के लिए भविष्य की योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया।

    MVA ने मानी हार

    कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और NCP (SP) वाली महा विकास अघाड़ी ने हार स्वीकार कर ली, लेकिन प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया। स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजों के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने आरोप लगाया कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं थे, जबकि शिवसेना (UBT) नेताओं ने पैसे की ताकत और EVM में हेरफेर का आरोप लगाया, इन दावों को सत्ताधारी गठबंधन ने खारिज कर दिया।

    अजित पवार की एनसीपी ने प्रमुख गढ़ों में कब्जा रखा बरकरार

    विधानसभा चुनाव के तरह ही, महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनाव में भी अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP ने पुणे जिले और बारामती में खास ताकत दिखाई। एनसीपी ने ज्यादातर सीटों पर जीत हासिल की। यह प्रदर्शन राज्य स्तर पर गठबंधन बदलने के बावजूद, छोटे शहरी केंद्रों पर पवार की पकड़ को मजबूत करता है।

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