मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल विस्तार पर कमलनाथ का हमला, कहा- 33 में से 14 मंत्री विधायक ही नहीं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। इस पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने हमला करते हुए कहा कि 33 में 14 मंत्री विधायक ही नहीं हैं।
भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। उनके मंत्रिमंडल में 28 नए मंत्री शामिल हुए। इनमें से 12 ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के हैं। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ ने इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करके पहले नए मंत्रियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इसके बाद उन्होंने इसकी आलोचना की उन्होंने कहा कि उन्हें मंत्रिमंडल के गठन में कई योग्य , अनुभवी , निष्ठावान भाजपा के वरिष्ठ विधायकों का नाम नहीं होने पर उन्हें दुख हुआ। साथ ही एक अन्य ट्वीट में कहा कि लोकतंत्र के इतिहास में मध्यप्रदेश का मंत्रिमंडल ऐसा मंत्रिमंडल है , जिसमें कुल 33 मंत्रियो में से 14 वर्तमान में विधायक ही नहीं है। यह संवैधानिक व्यवस्थाओं के साथ बड़ा खिलवाड़ है। प्रदेश की जनता के साथ मजाक है।
वहीं राज्य में भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करके कहा, 'अन्याय के खिलाफ़ छेड़ा गया संघर्ष ही धर्म है। मंत्रिमंडल में शामिल हुए सभी नए मंत्रियों को बधाई। मुझे विश्वास है कि प्रदेश की तरक्की और विकास के लिए आप सब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, गृह मंत्री श्री अमित शाह जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी.नड्डा जी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य करेंगे। आप सभी को शुभकामनाएं।'
जीतू पटवारी ने क्या कहा
कांग्रेस के एक अन्य नेता जीतू पटवारी ने ट्वीट करके कहा कि मध्य प्रदेश की जनता के जनादेश के पीठ में वार करना अन्याय है। मध्यप्रदेश की जनता और कांग्रेस कार्यकर्ता संघर्ष के लिए तैयार हैं जीत जनता की होगी ! विश्वासघात सबसे बड़ा अधर्म है।जिन्होंने वर्षो जनता का शोषण और अन्याय किया...उन्हें अन्याय को समझाने का अधिकार नहीं।
दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार
बता दें कि यह दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार है। शिवराज सिंह चौहान 23 मार्च को राज्य की सत्ता में वापस लौटे थे। उन्होंने अप्रैल में कैबिनेट के पहले विस्तार के दौरान पांच मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया था। इनमें नरोत्तम मिश्रा, तुलसीराम सिलावट, कमल पटेल, गोविंद सिंह राजपूत, और मीना सिंह मांडवे का नाम शामिल है।