गुजरात के वाघोड़िया से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे मधु श्रीवास्तव, कहा- किसी पार्टी में शामिल नहीं होऊंगा
अपनी बयानबाजी और दबंगई के लिए मशहूर वडोदरा की वाधोडिया सीट से 6 बार विधायक रह चुके मधु श्रीवास्तव का टिकट इस बार बीजेपी ने काट दिया है। वडोदरा जिले की वाघोड़िया सीट से दबंग विधायक मधु श्रीवास्तव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया है।
वडोदरा, जेएएनए। गुजरात के विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 182 में से 160 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। लिस्ट में कुछ दिग्गजों के नाम नदारद हैं। हासिए पर जाने वालों में एक नाम मधु श्रीवास्तव का भी है। अपनी बयानबाजी और दबंगई के लिए मशहूर वडोदरा की वाधोडिया सीट से 6 बार विधायक रह चुके मधु श्रीवास्तव का टिकट इस बार बीजेपी ने काट दिया है। वडोदरा जिले की वाघोड़िया सीट से दबंग विधायक मधु श्रीवास्तव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया है। भाजपा से टिकट कटने के बाद उनके घर समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा और कहा जाता है कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से चर्चा करने के बाद यह फैसला लिया।
मैं बीजेपी का हूं और इसके साथ रहूंगा
पिछले एक महीने से भाजपा गुजरात और केंद्रीय हाईकमान की नींद हराम करने वाले मधु श्रीवास्तव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है। मधु श्रीवास्तव ने बातचीत में कहा कि, अगर मैं चुनाव लड़ता हूं तो निर्दलीय लड़ूंगा, किसी अन्य पार्टी में नहीं जाउंगा। मैं भाजपा से हूं और मैं भाजपा के साथ रहना चाहता हूं। मैं चुनाव लड़ने के बाद भी भाजपा का समर्थन करूंगा।
चुनाव जीतकर फिर भाजपा में शामिल होउंगा
मेरा टिकट दोबारा कंफर्म था, लेकिन किसी के झूठे शिकायत के कारण संसदीय बोर्ड ने मेरा टिकट काट दिया है। वर्षों से मेरा गुजरातियों से रिश्ता है। संसदीय बोर्ड में मेरा रिपोर्ट इसलिए पहुंची क्योंकि कुछ लोग धोखा दे रहे थे और झूठ बोल रहे थे। मैं अपने दम पर चुनाव लड़ने जा रहा हूं और जीतकर मैं भाजपा में शामिल होने जा रहा हूं। माघू भाई ने मुझे यही सिखाया है।
1995 में निर्दलीय चुनाव जीते थे मधु श्रीवास्तव
1995 में मधु श्रीवास्तव बतौर निर्दलीय विधायक के तौर पर चुने गये थे, बाद में उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था। इसके बाद मधु श्रीवास्तव लगातर यहां से जीतते आ रहे हैं। बता दें कि मधु गुजरात के 2002 के बेस्ट बेकरी मामले में आरोपी रहे हैं। उन्हें दंबग नेता के तौर पर जाना जाता है। टिकट कटने के बाद मधु श्रीवास्तव मीडिया के सामने आए और कहा कि मैं चुनाव लड़ूंगा या नहीं इसका फैसला मेरे कार्यकर्ता करेंगे।