Lok Sabha Elections: कहीं साथ तो कहीं खिलाफ लड़ रहे इंडी गठबंधन के दल, केरल में कांग्रेस और CPIM ने एक-दूसरे के खिलाफ उगला जहर
Lok Sabha Election 2024 केरल में 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का मतदान होना है। ऐसे में केरल में सत्तारूढ़ दल सीपीआई (एम) और विपक्षी कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। रविवार को सीएए और हाल ही में कन्नूर विस्फोट सहित विभिन्न मुद्दों पर एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। दोनों ही इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं।
पीटीआई, तिरुवनंतपुरम/आलप्पुझा। केरल में 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का मतदान होना है। ऐसे में केरल में सत्तारूढ़ दल सीपीआई (एम) और विपक्षी कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। रविवार को सीएए और हाल ही में कन्नूर विस्फोट सहित विभिन्न मुद्दों पर एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। दोनों ही 'इंडिया' ब्लॉक का हिस्सा हैं।
मावेलिककारा लोकसभा क्षेत्र में एलडीएफ की एक सार्वजनिक बैठक में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और विभिन्न केंद्र सरकार की नीतियों के कार्यान्वयन पर कांग्रेस के चुप रहने के अपने आरोपों को दोहराया। उन्होंने इसे राज्य के हितों के खिलाफ बताया।
कांग्रेस का रुख हमेशा भाजपा के समान रहा है: विजयन
उन्होंने तर्क दिया कि कांग्रेस ने कभी भी केंद्र सरकार की उन नीतियों का विरोध नहीं किया, जो राज्य को आर्थिक रूप से प्रभावित कर रही हैं और इसके कल्याणकारी उपायों में बाधा डाल रही हैं।
पिनाराई विजयन ने दावा किया कि देश का पिछला अनुभव यह रहा है कि कांग्रेस का रुख हमेशा भाजपा के समान रहा है और इसलिए भगवा पार्टी का विरोध करने के लिए उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार वास्तव में "पूर्ववर्ती यूपीए-द्वितीय सरकार की जनविरोधी नीतियों" को आगे बढ़ा रही है।
कांग्रेस ने किया पलटवार
सीपीआई (एम) और विजयन पर पलटवार करते हुए, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने कन्नूर में हाल ही में हुए बम विस्फोट का जिक्र किया, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई। उन्होंने टिप्पणी की कि वाम दल उन आतंकवादी संगठनों से अलग नहीं है, जो विस्फोटक बनाने में कैडर को प्रशिक्षित करते हैं।
कांग्रेस का आरोप है कि सीपीआई (एम) कार्यकर्ता विस्फोट में शामिल थे, जिसमें तीन लोग घायल भी हुए थे और चार अन्य को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के अनुसार, मरने वाले व्यक्ति सहित घटना में शामिल सभी आठ लोग सीपीआई (एम) कार्यकर्ता थे। वहीं वाम दल ने इस आरोप से इनकार किया है।
सीपीआई (एम) ने दावा किया है कि घटना में शामिल सभी लोगों को पार्टी से किनारे कर दिया गया था, क्योंकि उन्होंने अतीत में वामपंथी राजनीतिक संगठन के कार्यकर्ताओं पर हमला किया था।
सीपीआई (एम) के इन दावों के जवाब में सतीसन ने सवाल किया कि फिर पार्टी के स्थानीय नेता विस्फोट में मारे गए व्यक्ति के घर क्यों गए। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना में शामिल लोगों को लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सीपीआई (एम) ने पार्टी कार्यकर्ता के रूप में खारिज कर दिया और कहा कि चुनाव के बाद पार्टी का रुख बदल जाएगा।
इस बीच पुलिस ने कहा कि पनूर में शुक्रवार को हुए विस्फोट के बाद बम निरोधक दस्तों की मदद से कन्नूर जिले के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी की जा रही है। यह विस्फोट देसी बम बनाते समय हुआ था।
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