केरल में विपक्ष के नेता सतीशन बोले, आरएसएस विचारक गोलवलकर की किताब को लेकर अपने बयान पर हैं कायम
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता सतीशन ने कहा था कि चेरियन की संविधान विरोधी टिप्पणी गोलवलकर की किताब बंच आफ थाट्स में मौजूद सामग्री के समान थी। उन्हो ...और पढ़ें

कोच्चि, एजेंसी। केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने शनिवार को कहा कि वह अपने उस बयान पर कायम हैं कि राज्य के पूर्व मंत्री साजी चेरियन द्वारा संविधान के खिलाफ की गई विवादास्पद टिप्पणी उस किताब में मौजूद सामग्री से मिलती-जुलती है, जिसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) विचारक एमएस गोलवलकर ने लिखा था।
बता दें कि सतीशन ने कहा था कि चेरियन की संविधान विरोधी टिप्पणी गोलवलकर की किताब 'बंच आफ थाट्स' में मौजूद सामग्री के समान थी। उन्होंने कहा, मैंने पुस्तक की पृष्ठ संख्या का हवाला देते हुए बयान दिया है।
पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेता ने कहा कि वह अपने इस बयान के लिए किसी भी कानूनी कार्रवाई का सामना करने को तैयार हैं।
उनके इस बयान को लेकर आरएसएस ने उनको कानूनी नोटिस भेजा है और पूछा है कि गोलवलकर ने अपनी किताब में यह टिप्पणी कहां की है।
सतीशन ने कहा कि आरएसएस की कानूनी नोटिस 'अवमानना के लायक' है और वह इसे पूरी तरह से खारिज कर रहे हैं। सतीशन ने आरोप लगाया कि संविधान के प्रति आरएसएस और माकपा के राज्य सचिवालय सदस्य चेरियन का दृष्टिकोण एक समान है।
केरल के सांस्कृति मंत्री ने दिया था विवादित बयान, देना पड़ा इस्तीफा
वहीं, दूसरी ओर संविधान के संबंध में विवादास्पद बयान देने वाले केरल के सांस्कृतिक मामलों और मत्स्य पालन मंत्री साजी चेरियन ने पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया। इससे पूर्व विपक्षी गठबंधन यूडीएफ (यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) ने केरल विधानसभा के बाहर धरना दिया और चेरियन की संविधान विरोधी टिप्पणी के खिलाफ उनके इस्तीफे की मांग की थी। साथ ही विपक्षी गठबंधन ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में भी उनके इस्तीफे की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किए थे। मालूम हो कि साजी ने संविधान को आम लोगों के शोषण और झूठ को बढ़ावा देने वाला बताया था।

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