केएन त्रिपाठी का नामांकन फार्म खारिज, पाई गईं हस्ताक्षर समेत कई कमियां- मधुसूदन मिस्त्री
कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन अथारिटी के चेयरमैन मधुसूदन मिस्त्री ने आज कहा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद को लेकर नामांकन दर्ज कराने वाले केएन त्रिपाठी का फार्म खारिज कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इसमें हस्ताक्षर से संबंधित त्रुटियां थीं।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी (KN Tripathi) का फार्म शनिवार को खारिज कर दिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नियुक्त चुनाव अधिकारी मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि उनका फार्म निर्धारित मानदंडों पर खरा नहीं उतरता और इसमें हस्ताक्षर संबंधित त्रुटियां भी हैं।
नामांकन फार्मों की हुई जांच
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किए जाने वाले फार्मों की आज जांच की गई और शाम तक वैध उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जाएगा। इस चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कराने की अंतिम तिथि 30 सितंबर थी। मधुसूदन मिस्त्री ने शुक्रवार को कहा था कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने 14 फार्म, शशि थरूर ने 5 और केएन त्रिपाठी ने 1 फार्म दाखिल किया।
खड़गे व थरूर के बीच होगा मुकाबला
अब मुकाबला केवल मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच रहा गया है। मिस्त्री ने बताया कि त्रिपाठी के फार्म में एक प्रस्तावक का हस्ताक्षर मैच नहीं कर रहा था और एक अन्य प्रस्तावक का हस्ताक्षर दोहराया गया था। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए जारी कार्यक्रम के मुताबिक अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग 17 अक्टूबर को की जाएगी। इसका नतीजा 19 अक्टूबर को आएगा।
24 साल बाद कांग्रेस अध्यक्ष की कमान गांधी परिवार के बाहर
खड़गे और थरूर के बीच चुनावी मुकाबले की तस्वीर साफ होने के बाद यह भी तय हो गया है कि 24 साल बाद कांग्रेस अध्यक्ष का पद गांधी परिवार के बाहर के किसी व्यक्ति के हाथों में जाएगा। 1998 में सीताराम केसरी को हटाए जाने के बाद सोनिया गांधी दिसंबर 2016 तक लगातार अध्यक्ष रहीं और फिर राहुल गांधी ने कमान संभाली। लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी ने इस्तीफा दे दिया और तब से सोनिया अंतरिम अध्यक्ष के रूप में पार्टी की कमान संभाल रही हैं।
झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी लड़ेंगे कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव
झारखंड के केएन त्रिपाठी कांग्रेस अध्यक्ष के लिए मैदान में, मल्लिकार्जुन खड़गे व शशि थरूर से मुकाबला