इंदिरा गांधी ने की थी वीर सावरकर की तारीफ, रिजिजू ने शेयर की 44 साल पुरानी चिट्ठी; राहुल को घेरा
Parliament session राहुल गांधी ने संसद में वीर सावरकर की टिप्पणी का जिक्र कर कहा कि उन्होंने हमारे संविधान पर सवाल उठाए थे और कहा था कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। राहुल ने कहा कि भाजपा सावरकर को ही अपना आदर्श मानती है तो इसे भी अपना ब्यान मानेगी क्या। राहुल के बयान पर भाजपा नेता और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी निशाना साधा।

एजेंसी, नई दिल्ली। Kiren Rijiju attack rahul gandhi कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आज संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान भाजपा पर निशाना साधा। राहुल ने वीर सावरकर की टिप्पणी का जिक्र कर कहा कि उन्होंने हमारे संविधान पर सवाल उठाए थे और कहा था कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है।
राहुल ने कहा कि भाजपा सावरकर को ही अपना आदर्श मानती है, तो इसे भी अपना ब्यान मानेगी क्या। राहुल के बयान पर भाजपा नेता और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी निशाना साधा।
राहुल ने वीर सावरकर पर साधा था निशाना
दरअसल, राहुल के भाषण के बीच भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने कहा कि इंदिरा गांधी खुद वीर सावरकर की तारीफ करती थी। इस पर राहुल ने कहा कि एक बार मैंने अपनी दादी इंदिरा गांधी से वीर सावरकर के बारे में पूछा था, तो उन्होंने कहा था कि सावरकर ने जेल से बाहर आने के लिए अंग्रेजों से माफी मांगी थी।
राहुल ने संसद में झूठ बोलाः रिजिजू
राहुल के ब्यान के बाद किरेन रिजिजू ने ट्वीट कर कहा कि राहुल ने आज संसद में झूठ बोला है। उन्होंने इंदिरा गांधी का एक 44 साल पुराना पत्र भी जारी किया और कहा कि यह दस्तावेज राहुल गांधी जी के लिए है क्योंकि उन्होंने लोकसभा में वीर सावरकर और इंदिरा गांधी के बारे में गलत बयान दिया था।
Parliamentary Affairs Minister Kiren Rijiju tweets, "This document is for Rahul Gandhi Ji as he made an incorrect statement in Lok Sabha about Veer Savarkar. Indira Gandhi." pic.twitter.com/E8Q7zes1xp
— ANI (@ANI) December 14, 2024
क्या है पत्र में?
रिजिजू द्वारा जारी पत्र में इंदिरा गांधी ने वीर सावरकर की जयंति पर उन्हें भारत का महान पुत्र बताया। ये पत्र साल 1980 का है।
राहुल ने और क्या कहा?
राहुल गांधी ने कहा कि सावरकर ने कहा था कि भारत के संविधान की सबसे बुरी बात है कि उसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। राहुल ने कहा की सावरकर मनुस्मृति के साथ संविधान को बदलना चाहते थे। उन्होंने कहा कि क्या अब भाजपा सावरकर की बात को सही ठहराएगी।
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