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    सिद्दरमैया ने पुलिस अफसर से किया 'Patchup', पहले थप्पड़ मारने का किया था इशारा; Officer बोला- 'मैं CM से भिड़ने वाला था'

    By Agency Edited By: Mahen Khanna
    Updated: Thu, 03 Jul 2025 04:55 PM (IST)

    कर्नाटक की राजनीति में मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने हाल ही में दो संकटों का समाधान किया। पहला उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर उठ रहे सवालों को शांत किया। दूसरा उन्होंने एक पुलिसकर्मी के साथ हुई तनातनी को सुलझाया जिसमें उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में थप्पड़ मारने का इशारा किया था।

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    सीएम ने पुलिसकर्मी से हुई तनातनी के बाद उसकी नाराजगी दूर की।

     डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक की राजनीति में हलचल तेज है। इस बीच सिद्दरमैया ने 48 घंटों में दो संकटों को दूर करने का काम किया है। दरअसल, मुख्यमंत्री की कुर्सी पर उठ रहे सवालों को सिद्दरमैया ने सबसे पहले दरकिनार किया और अब उन्होंने कुछ हफ्तों पहले पुलिसकर्मी से हुई तनातनी के बाद उसकी नाराजगी दूर कर दी है।

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    हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में सीएम सिद्दरमैया एक पुलिस कर्मी को थप्पर मारने का इशारा करते देखे गए थे। तब उस पुलिसकर्मी ने नाराजगी दिखाई थी, जिससे अब सीएम ने पैचअप कर लिया है।

    ड्यूटी पर वापस लौटे पुलिसकर्मी

    अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायण बरमानी ने मुख्यमंत्री, गृह मंत्री जी परमेश्वर और उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारियों से बातचीत के बाद बुधवार को ड्यूटी पर रिपोर्ट किया। पुलिसकर्मी ने कहा कि मैंने अपने अधिकारियों को अपनी बात रख दी थी। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने भी मुझसे बात की, जिसके बाद मैंने ड्यूटी पर रिपोर्ट करने का फैसला किया।

    'अच्छी पोस्टिंग' का मिला वादा

    बैठक के बाद परमेश्वर ने ASP बारामनी के लिए 'अच्छी पोस्टिंग' का वादा किया और उनके त्यागपत्र को 'त्वरित प्रतिक्रिया' बताया। उन्होंने कहा कि सीएम का एक अधिकारी का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था।

    अधिकारी ने मांगा था VRS

    जानकारी के अनुसार ASP बारामनी ने तीन पन्नों के पत्र में VRS या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी थी, जिसे ऑनलाइन व्यापक रूप से साझा किया गया था। 

    अधिकारी ने कहा था कि वह "बहुत अपमानित" महसूस कर रहे थे। उसने लिखा, "एक पल के लिए, मैं मुख्यमंत्री से भिड़ना चाहता था, लेकिन मैंने खुद को रोक लिया, क्योंकि मैं समझता था कि इससे सार्वजनिक रूप से शर्मिंदगी हो सकती है।''

    अधिकारी ने आगे कहा कि मैंने हमेशा अपने कर्तव्यों का ईमानदारी और लोगों तथा विभाग के प्रति सम्मान के साथ पालन किया है। मैंने इस वर्दी को उसी भावनात्मक जुड़ाव और गर्व के साथ पहना है, जैसा मैं अपनी मां के लिए रखता हूं।