कर्नाटक: गिरफ्तारी वारंट जारी होने पर भड़के किसान, सीएम ने किया मामले में हस्तक्षेप
मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अधिकारियों को मामले में हस्तक्षेप कर प्रदर्शनों को अविलंब शांत कराने का निर्देश दिया है।
बेंगलुरु, प्रेट्र। कर्नाटक में कर्ज न चुकाने पर किसानों के खिलाफ जारी हुए गिरफ्तारी वारंट का विरोध भड़क उठा है। ये वारंट एक प्राइवेट बैंक की बकायेदारी के सिलसिले में जारी हुए हैं। किसानों के प्रदर्शनों की तपिश महसूस करते हुए मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अधिकारियों को मामले में हस्तक्षेप कर प्रदर्शनों को अविलंब शांत कराने का निर्देश दिया है।
बेलागावी जिले में कई किसानों को गिरफ्तारी वारंट तामील कराने की खबर के फैलने के बाद कई जिलों में विरोध शुरू हो गया। कोर्ट के जरिये यह वारंट तब जारी कराया गया है जब कुमारस्वामी सरकार किसानों के 45 हजार करोड़ रुपये के कर्ज माफ करने का एलान कर चुकी है। विरोध प्रदर्शनों की घटनाओं के बाद सकते में आई सरकार ने कहा है कि बेलागावी के जिला उपायुक्त और पुलिस प्रमुख को सात नवंबर तक बैंक अधिकारियों और किसानों की वार्ता कराकर मामले शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने साफ कहा है कि दोनों पक्षों में मित्रता के माहौल में बातचीत कराई जाए। ऐसा समाधान निकाला जाए कि किसानों के हित प्रभावित न हों। जबकि कर्जदाता बैंक ने कहा है कि वह किसानों के हितों को प्राथमिकता दिए जाने के लिए तैयार है। वह राज्य सरकार के साथ मिलकर गतिरोध को दूर करना चाहती है। वह किसानों के हित में कुछ और ऋण सुविधाएं चला सकती है। लेकिन इसके लिए आपसी समझ और विश्वास जरूरी है।