50 करोड़ नकद और फ्लैट... कर्नाटक में सीएम बदलने के लिए कांग्रेस में खरीद-फरोख्त; BJP का बड़ा आरोप
भाजपा ने कांग्रेस पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री को बदलने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया है। भाजपा का दावा है कि कांग्रेस विधायकों को 50 करोड़ रुपये नकद और फ्लैट देने का वादा किया जा रहा है ताकि वे मुख्यमंत्री के खिलाफ हो जाएं। भाजपा ने इस मामले की गहन जांच की मांग की है।

बीजेपी ने कांग्रेस पर लगाए आरोप। (फाइल फोटो, जागरण)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक कांग्रेस में दो धड़ों के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए खींचतान का आरोप लगाते हुए भाजपा ने कहा कि विधायकों को अपने पक्ष में मिलाने के लिए 50 करोड़ रुपये, एक फ्लैट और एक कार का लालच दिया जा रहा है।
भाजपा ने चेताया कि कांग्रेस सरकार जनता के मुद्दों को छोड़कर इन सब कामों में लगेगी तो पार्टी चुप नहीं बैठेगी। भाजपा नेता चलवाडी नारायणस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी और एआइसीसी महासचिव रणदीप सुरजेवाला मंत्री बनने के आकांक्षी नेताओं से सौदेबाजी में जुट गए हैं।
वह कथित तौर पर 200 करोड़ रुपये मांग रहे हैं। एक नेता ने तो एडवांस भी दे दिया है। उन्होंने कहा इस मामले की जांच के लिए ईडी से शिकायत की जाएगी। जनता के पैसे की बंदरबांट की निश्चित तौर पर जांच होनी चाहिए।
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे
उनकी यह टिप्पणी कांग्रेस सरकार के पांच साल के कार्यकाल के आधे पड़ाव पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री के संभावित परिवर्तन की अटकलों के बीच आई है। इसे कुछ नेता 'नवंबर क्रांति' भी कहते हैं, जो मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और उनके उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच कथित सत्ता-साझाकरण समझौते से जुड़ा है।
बता दें कि 20 नवंबर को कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे हो गए हैं। नारायणस्वामी ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र, नेता विपक्ष आर अशोक और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करके आगे की रणनीति तय की जाएगी।
जी परमेश्वरा ने दिए संकेत, वह भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वरा ने रविवार को संकेत दिए कि राज्य में यदि सत्ता परिवर्तन होता है तो वह भी एक दलित नेता के तौर पर मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।
हालांकि, उन्होंने राज्य में मुख्यमंत्री बदलने को लेकर पार्टी में भ्रम से जुड़ी रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस हाई कमान की तरफ से इस मामले में किसी ने कोई बात नहीं कही है, न तो इस पर कांग्रेस विधायक दल में ही कोई चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की जरूरत पड़ी तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी से चर्चा करने के बाद एआइसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस बारे में तय करेंगे।

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