'विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाए क्योंकि...', चिन्नास्वामी स्टेडियम भगदड़ मामले पर बीजेपी ने सिद्दरमैया सरकार पर उठाए सवाल
बेंगलुरु में चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ पर विपक्ष के नेता आर. अशोक ने सरकार से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए मृतकों के परिजनों को मुआवजा बढ़ाने का आग्रह किया। बीजेपी ने भी इस घटना के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
पीटीआई, बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने रविवार को मांग की कि सरकार चार जून की शाम को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ पर चर्चा हेतु तीन दिनों के लिए राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए क्योंकि लोग जवाब मांग रहे हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के इस्तीफे की मांग दोहराते हुए यह भी घोषणा की कि उनकी पार्टी के सभी विधायक इस हादसे में मारे गए लोगों के जरूरतमंद स्वजनों को अपना एक महीने का वेतन देंगे।
उन्होंने सरकार से यह आग्रह किया कि अगर वह दिवालिया नहीं है तो मुआवजे की राशि को बढ़ाकर एक करोड़ रुपये कर दे।
अशोक ने कहा, ''राज्य के लोग सवाल उठा रहे हैं कि गलती किसकी थी? इसलिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएं। इस पर चर्चा होनी चाहिए कि गलती किसकी थी..कानूनों के उल्लंघन पर चर्चा होनी चाहिए..पुलिस की अनुमति ली गई या नहीं..इन सभी बातों पर चर्चा होनी चाहिए।''
उन्होंने कहा कि मुआवजा देने के बारे में भी चर्चा होनी चाहिए। मजिस्ट्रेट जांच (जो कि डिप्टी कमिश्नर द्वारा की जाएगी), सीआइडी जांच, तथा हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज जान माइकल डी'कुन्हा की अध्यक्षता वाले एक सदस्यीय जांच आयोग - इन तीन जांचों के बारे में भी चर्चा होनी चाहिए।
बेंगलुरु भगदड़ में मारे गए बेटे की कब्र से लिपटा पिता, कहा-यहीं रहना चाहता हूं
बेंगलुरु में आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई। इसमें जान गंवाने वाले एक शख्स के पिता का वीडियो प्रसारित हो रहा है। वह अपने बेटे की कब्र से लिपटकर विलाप करते नजर आ रहे हैं। भगदड़ में मारे गए 21 वर्षीय भूमिक लक्ष्मण के पिता बीटी लक्ष्मण हसन जिले में अपने बेटे की कब्र से लिपटे नजर आ रहे हैं। वहां मौजूद लोग उन्हें सांत्वना देने की कोशिश कर रहे हैं।
वह कहते नजर आ रहे हैं कि मैं भी यहीं रहना चाहता हूं। अब कहीं नहीं जाना चाहता। कर्नाटक भाजपा ने अपने एक्स हैंडल द्वारा इसे साझा कर कांग्रेस-नेतृत्व वाली सरकार को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इंटरनेट मीडिया पोस्ट में लिखा है कि क्या आप इस पिता को उसका बेटा वापस दे सकते हैं, जो अपने बेटे की कब्र के सामने बैठकर रो रहा है।
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