दिग्विजय और कमलनाथ में फिर ठनी... 5 साल पहले गिरी भी कांग्रेस की सरकार, अब दोनों नेताओं में हो गया विवाद
मध्य प्रदेश में कमल नाथ सरकार गिरने पर कांग्रेसी नेताओं में फिर बहस छिड़ गई है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपेक्षा के कारण सरकार गिरी जबकि कमल नाथ ने कहा कि सिंधिया को भ्रम था कि सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस में बहस तेज हो गई है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में पांच वर्ष पूर्व कांग्रेस की कमल नाथ सरकार गिरने की घटना पर फिर कांग्रेसी दिग्गजों के बीच बहस गरमा गई है। दिग्विजय सिंह ने एक पॉडकास्ट में कहा कि उस समय विचारधारा का विवाद नहीं था, बल्कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की कमल नाथ लगातार उपेक्षा कर रहे थे, इस कारण सरकार गिरी थी।
इस पर कमल नाथ ने इंटरनेट मीडिया पर प्रतिक्रिया देते कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को यह भ्रम था कि सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे हैं और इसी कारण सरकार गिरी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कमल नाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की थी, लेकिन यह सरकार केवल 15 महीने तक ही चल पाई।
कांग्रेस में शुरू हुई बहस
2020 में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए, तब सरकार गिर गई। अब इस मुद्दे पर कांग्रेस में बहस तेज हो गई है। दिग्विजय और कमल नाथ के बयानों ने मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है।
दोनों नेताओं के बीच का रिश्ता हमेशा से जटिल रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि कमल नाथ और दिग्विजय सिंह का 45 साल का प्रेम है, और अब हमें भविष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
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