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जेटली ने महंगाई व घाटे का हवाला देकर कांग्रेस को दिखाया आइना

जेटली ने कहा कि यूपीए के कार्यकाल में जो महंगाई दर बढ़कर दहाई के अंक में पहुंच गयी थी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 19 Aug 2018 10:26 PM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 12:01 AM (IST)
जेटली ने महंगाई व घाटे का हवाला देकर कांग्रेस को दिखाया आइना
जेटली ने महंगाई व घाटे का हवाला देकर कांग्रेस को दिखाया आइना

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने जीडीपी की बैक सीरिज के आंकड़ों में यूपीए शासन में एक साल विकास दर दस प्रतिशत से ऊपर जाने का अनुमान सामने के बाद सरकार पर हमलावर हुई कांग्रेस को करारा जवाब दिया है। जेटली ने यूपीए शासन में बेलगाम महंगाई दर और बेकाबू घाटे का हवाला देकर कांग्रेस को आइना दिखाया है। जेटली ने कहा कि यूपीए के कार्यकाल में जो महंगाई दर बढ़कर दहाई के अंक में पहुंच गयी थी उस पर अब काबू पा लिया गया है। जेटली ने यह भी कहा कि बीते चार साल में वैश्विक अर्थव्यस्था में सुस्ती के बावजूद भारत ने तेज आर्थिक वृद्धि दर हासिल की है और तीव्र विकास दर के मामले में चीन को पछाड़ दिया है।

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जेटली ने फेसबुक पर लिखे पोस्ट में यूपीए सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था में महंगाई दर, चालू खाते के घाटे, राजकोषीय घाटे और बैंक कर्ज में वृद्धि के आंकड़ों का तुलनात्मक विश्लेषण करते हुए कहा कि यूपीए शासन में राजकोषीय अनुशासन से समझौता किया गया और बैंकिंग तंत्र को सोचे समझे बगैर ही उधार बांटने को कहा गया। इस तथ्य को भी नजरंदाज कर दिया गया कि ऐसा करने से बैंकों का जोखिम बढ़ जाएगा।

जेटली ने कहा कि यूपीए-1 जब 2004 में सत्ता में आयी उस समय वाजपेयी सरकार 8 प्रतिशत विकास दर विरासत में छोड़कर गयी थी। उसे 1991 से 2004 तक जारी रखे गए सुधारों का लाभ भी मिला। हालांकि यूपीए-1 के कार्यकाल में कोई भी महत्वपूर्ण घरेलू सुधार नहीं किया गया। इसका नतीजा यह हुआ कि विकास दर गिरने लगी और यूपीए-2 के अंतिम तीन वर्षो में विकास दर काफी कम रही।

जेटली ने यह पोस्ट ऐसे समय लिखा है जब हाल ही में नेशनल स्टेटिस्टीकल्स कमीशन की एक समिति ने अपनी रिपोर्ट में जीडीपी के बैक सीरिज आंकड़े प्रस्तुत करते हुए यह अनुमान लगाया है कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में एक साल देश की विकास दर 10 फीसदी से ऊपर थी।

जेटली ने कहा कि जिन वर्षो में वैश्विक अर्थव्यवस्था में उछाल था, उन वर्षो में भारत ही नहीं दुनिया की सभी अर्थव्यवस्थाओं ने अच्छी विकास दर हासिल की। हालांकि जब वैश्विक अर्थव्यवस्था सुस्त पड़ गयी तो अन्य देशों की विकास दर भी धीमी पड़ गयी। सिर्फ भारत ही ऐसा देश है जो 2014 के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी आने के बाद भी तेजी से बढ़ रहा है। पिछले चार साल में भारत ने तेज विकास दर के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है।

जेटली ने इस समिति के अनुमानों के बारे में कहा कि सेंट्रल स्टेटिस्टीकल ऑफिस 1993-94 से 2011-12 तक के जीडीपी के बैक सीरिज के आंकड़ों की गणना पर काम कर रहा है। जो आंकड़े फिलहाल वेबसाइट पर जारी किए गए हैं उन्हें अभी नेशनल अकाउंट्स स्टेटिस्टिक्स की परामर्श समिति से मंजूरी मिलनी बाकी है।

जेटली ने यूपीए सरकार के कार्यकाल में देश का चालू खाते का घाटा उच्च स्तर पर रहने और खुदरा महंगाई दर 10 फीसदी से ऊपर जाने संबंधी तथ्यों का हवाला देकर कांग्रेस को आइना दिखाया है। जेटली का कहना है कि एनडीए-1 सरकार ने चालू खाते के घाटे को खत्म कर दिया था लेकिन यूपीए-2 के कार्यकाल में यह सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह खुदरा महंगाई दर भी यूपीए के कार्यकाल में 10 प्रतिशत से ऊपर हो गयी जो मोदी सरकार के कार्यकाल में 4.7 प्रतिशत है।

जेटली ने कहा कि यूपीए के शासन में बैंकों के जोखिम की चिंता किए बगैर अंधाधुंध तरीके से ऋण बांटा गया और एनपीए की राशि को छुपाकर रखा गया। साथ ही यूपीए ने बाजार से उधार लेकर खर्च बढ़ाया और राजकोषीय अनुशासन से समझौता किया।

यह रही खुदरा महंगाई की रफ्तार

अवधि              प्रतिशत

1999-2004       4.1

2004-2009       5.8

2009-2014       10.4

2014 से अब तक 4.7

चालू खाते का घाटा /सरप्लस

अवधि                 प्रतिशत

1999-2004         0.5

2004-2009         -1.2

2009-2014         -3.3

2014 से अब तक   -1.2


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