'ऑपरेशन ब्लू स्टार गलत तरीका था', चिदंबरम के बयान से कांग्रेस में उठापटक; पार्टी नेता ने कहा- ये BJP की भाषा
कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को इंदिरा गांधी का गलत तरीका बताया, जिससे पार्टी नेतृत्व नाराज है। सूत्रों के अनुसार, शीर्ष नेतृत्व से लेकर कार्यकर्ता तक उनके बयान से असंतुष्ट हैं। चिदंबरम ने कसौली में कहा था कि इंदिरा गांधी ने स्वर्ण मंदिर को मुक्त कराने का गलत तरीका चुना, जिसकी कीमत उन्होंने अपनी जान देकर चुकाई।
-1760267066968.webp)
पी चिदंबरम के बयान से कांग्रेस नाराज (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के हालिया बयान से पार्टी नेतृत्व नाराज है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने इंदिरा गांधी सरकार के ऑपरेशन ब्लू स्टार पर जो टिप्पणी की उससे कांग्रेस में असंतोष फैल गया है।
एनडीटीवी ने कांग्रेस सूत्रों के हवाले से बताया कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व से लेकर कार्यकर्ता तक नाराज है। जिस नेता को कांग्रेस ने सब कुछ दिया, उसे सोच-समझकर बोलना चाहिए। बार-बार ऐसे बयान देना ठीक नहीं जो पार्टी को असहज करें।
कहां दिया चिदंबरम ने बयान?
बता दें, हिमाचल प्रदेश के कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटरेरी फेस्टिवल में चिदंबरम ने कहा था कि इंदिरा गांधी ने स्वर्ण मंदिर को मुक्त कराने का गलत तरीका चुना था। उन्होंने कहा, "किसी अधिकारी का अपमान नहीं, लेकिन ऑपरेशन ब्लू स्टार गलत तरीका था। कुछ साल बाद हमने सेना को शामिल किए बिना सही तरीका दिखाया।"
चिदंबरम ने आगे कहा, "मिसेज गांधी ने उस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई। वह फैसला सिर्फ उनका नहीं था इसमें सेना, पुलिस, खुफिया एजेंसियां और सिविल सर्विसेज सभी शामिल थे।" उन्होंने यह बयान पत्रकार हरिंदर बावेजा की कीताब 'They Will Shoot You Madam: My Life Through Conflict' पर चर्चा के दौरान दिया था।
कांग्रेस नेता ने साधा निशाना
चिदंबरम के इस बयान के बाद कांग्रेस के पूर्व सांसद राशिद अल्वी ने चिदंबरम के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा, "उनका बयान दुखद है। कांग्रेस ने उन्हें बहुत कुछ दिया फिर भी वह पार्टी के खिलाफ क्यों बोल रहे हैं? क्या किसी केस के दबाव में ऐसा कर रहे हैं?" उन्होंने कहा कि चिदंबरम वही बात कर रहे हैं जो भाजपा करती है। उन्हें कांग्रेस की कमियों पर नहीं, भाजपा की नीतियों पर बोलना चाहिए।
क्या था ऑपरेशन ब्लू स्टार?
ऑपरेशन ब्लू स्टार जून 1984 में इंदिरा गांधी सरकार द्वारा चलाया गया सेना का अभियान था, जिसका उद्देश्य था चरमपंथी नेता जरनैल सिंह भिंडरांवाले और उनके समर्थकों को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से बाहर निकालना। 1 जून से 8 जून तक चली इस कार्रवाई में अकाल तख्त को भारी नुकसान हुआ और कई लोगों की मौत हुई।
इसके कुछ महीनों के बाद इंदिरा गांधी की हत्या उनके सिख अंगरक्षकों ने कर दी, जिसके बाद दिल्ली और देश के कई हिस्सों में सिख विरोधी दंगे भड़क उठे। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 3 हजार से अधक सिखों की मौत हुई और कई कांग्रेस नेताओं पर दंगों को भड़काने के आरोप लगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।