'पाक कनेक्श' पर गौरव गोगोई का पलटवार, भाजपा का आरोप सी ग्रेड मूवी जैसा; ED ने अभी तक गिरफ्तारी क्यों नहीं की?
असम कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई ने हिमंता विश्व शर्मा के आरोपों को झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सी-ग्रेड बॉलीवुड फिल्म की तरह मुद्दा उठा रही है। गोगोई ने हिमंता और उनकी पत्नी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पलटवार किया और पूछा कि भाजपा ने 11 सालों में कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने अवैध कोयला खनन मामले की सीबीआई जांच की मांग की।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। असम प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष गौरव गोगोई ने उन पर पाकिस्तानी प्रतिष्ठानों से कथित संबंधों के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व शर्मा के दावों को झूठा करार दिया। गौरव गोगोई ने जवाब में कहा कि भाजपा इस मुद्दे को 'सी-ग्रेड बॉलीवुड फिल्म' की तरह उठा रही है, जो बुरी तरह फ्लॉप होने वाली है।
गोगोई ने कहा कि 13-14 साल पहले केवल एक बार पाकिस्तान गए थे, जबकि उनकी पत्नी एलिजाबेथ एक अंतरराष्ट्रीय परियोजना पर काम करने के लिए वहां एक साल रही थीं। भाजपा के हमलों पर यह सफाई देने के साथ-साथ गोगोई ने मुख्यमंत्री हिमंता और उनकी पत्नी पर उनकी कंपनियों के जरिए भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पलटवार भी किया।
कांग्रेस पार्टी के कार्यालय 24 अकबर रोड पर बतौर प्रदेश अध्यक्ष अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस करते हुए गौरव गोगोई ने हिमंता के आरोपों को असम के लोगों को गुमराह करने का प्रयास करार देते हुए कहा कि उनकी करीब 14-15 साल पहले उनकी पत्नी ने एक जानी-मानी विशेषज्ञ के नाते दक्षिण एशिया में जलवायु परिवर्तन पर केंद्रित एक अंतरराष्ट्रीय परियोजना पर काम किया था।
साल 2012-13 में भारत लौटने से पहले उन्होंने एक साल पाकिस्तान में बिताया था और इसी दौरान 2013 में एक बार वे उनके साथ पाकिस्तान गए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा इसे ही सी-ग्रेड बॉलीवुड फिल्म की तरह उछाल कर बदनाम करना चाहती है, लेकिन 10 सितंबर को यह रिलीज के बाद बुरी तरह से फ्लॉप होने जा रही है।
पूछा- भाजपा ने 11 साल में एक्शन क्यों नहीं लिया?
गौरव गोगोई ने पूछा कि अगर उनकी पत्नी या उनकी ओर से कोई गलत काम हुआ था तो भाजपा सरकार ने पिछले 11 सालों में कार्रवाई क्यों नहीं की और जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? साथ ही जवाबी पलटवार करते हुए गोगोई ने हिमंता और उनकी पत्नी की कंपनियों के कथित तौर पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता ने असम समेत पूर्वोत्तर राज्यों के भाजपा के संरक्षण में कोयला खनन और नशे के अवैध कारोबारों का गढ़ बनने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों ने इन समस्याओं से आंखें मूंद रखी हैं।
कोयला खनन पर क्यों नहीं हुई गिरफ्तारी?
गोगोई ने कहा कि अप्रैल में ईडी ने मेघालय और असम में कई स्थानों पर छापेमारी की थी। ईडी की जांच में पता चला कि एक सिंडिकेट यह सुनिश्चित करता था - अवैध कोयले से भरे ट्रक मेघालय की सीमाओं को पार कर बिना किसी रोक-टोक और जांच के असम में प्रवेश कर जाएं।
इस मामले में कोई गिरफ्तारी और ठोस जांच नहीं होने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए सवाल उठाया कि क्या ईडी की छापेमारी केवल जबरन वसूली का एक साधन थी।
गोगोई ने कहा कि ईडी की छापेमारी ने उनके इस आरोप को सही साबित कर दिया है कि असम सहित पूरे उत्तर-पूर्व में बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है।
मुख्यमंत्री हिमंता का राज्य में कोई अवैध कोयला खनन नहीं होने का दावा झूठा साबित हुआ है। कांग्रेस नेता ने अवैध कोयला खनन मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग भी की।
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