National Herald Case: प्रवर्तन निदेशालय ने राहुल गांधी से की नौ घंटे से ज्यादा पूछताछ, ED ने आज भी बुलाया
National Herald Case कांग्रेस ने मंगलवार सुबह ही राहुल गांधी से की जा रही लंबी पूछताछ को राजनीतिक दमन करार दिया। पार्टी मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेस करते हुए ईडी को भाजपा का इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट करार दिया।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस के भारी विरोध और सियासी संग्राम के बीच ईडी ने राहुल गांधी से लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ की। करीब 11 घंटे चली पूछताछ के बाद मंगलावार आधी रात राहुल गांधी ईडी के दफ्तर से बाहर निकलकर घर पहुंचे। ईडी ने बुधवार को फिर राहुल को बुलाया है। राहुल गांधी ने अनुरोध किया था कि भले ही आज ज्यादा वक्त तक ईडी अधिकारियों की तरफ से पूछताछ की जाए लेकिन कल यानी बुधवार को उन्हें न बुलाया जाए लेकिन ईडी ने उनके अनुरोध ठुकरा दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि बयान दर्ज करने में समय लगता है, इसलिए कांग्रेस नेता को बुलाया गया है। ईडी की पूछताछ को कांग्रेस ने विपक्ष के नेता का राजनीतिक बदले की भावना से उत्पीड़न करार देते हुए दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के दोनों मुख्यमंत्रियों राजस्थान के अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल, पार्टी के तमाम सांसदों, कार्यसमिति के सदस्यों से लेकर कार्यकर्ताओं ने राहुल के समर्थन में सड़क पर पुलिस से संघर्ष किया और इन सभी को हिरासत में लिया गया।
ईडी से लंबी पूछताछ के बाद राहुल गांधी दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल गए, जहां उनकी मां और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी कोविड से जुड़ी दिक्कतों के चलते अस्पताल में भर्ती हैं।
#WATCH | Congress leader Rahul Gandhi leaves from Sir Ganga Ram Hospital in Delhi.
Congress interim president Sonia Gandhi is admitted to the hospital due to COVID-related issues. pic.twitter.com/YIvI4ctarp
— ANI (@ANI) June 14, 2022
ईडी ने राहुल से सोमवार को दो चक्र में लगभग 11 घंटे की पूछताछ के बाद मंगलवार को फिर आने का समन थमा दिया था। राहुल दूसरे दिन ईडी दफ्तर जाने से पहले सुबह 10:30 बजे छावनी में तब्दील हो चुके कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पहुंचे जहां अशोक गहलोत और भूपेश बघेल समेत पार्टी के तमाम दिग्गज नेता ईडी के राजनीतिक इस्तेमाल के खिलाफ धरना दे रहे थे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी राहुल के साथ मौजूद थीं। नेताओं-कार्यकर्ताओं के जोश और संघर्ष का जज्बा देख मुस्कुराते हुए राहुल वहां से ईडी दफ्तर रवाना हुए तो कांग्रेस नेता भी उनके साथ चलने लगे। लेकिन दिल्ली पुलिस ने गहलोत, बघेल, जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल से लेकर तमाम नेताओं को रोक लिया। ईडी दफ्तर पहुंचने के सारे रास्तों पर सुरक्षाकर्मियों की फौज खड़ी थी और कांग्रेसी नेताओं-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर अलग-अलग पुलिस थानों में भेज दिया गया।
पहले दौर में चार घंटे की पूछताछ
राहुल गांधी सुबह 11:05 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे। चार घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद करीब 3.30 बजे राहुल लंच के लिए बाहर निकले और अपने सरकारी आवास गए। करीब एक घंटे बाद 4.30 बजे वग फिर ईडी दफ्तर पहुंच गए। रात नौ बजे के बाद तक उनसे पूछताछ चलती रही।
सुरजेवाला ने उठाए चार सवाल
कांग्रेस ने इससे पहले सबेरे ही राहुल से की जा रही लंबी पूछताछ को राजनीतिक दमन करार दिया। पार्टी मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेस में ईडी को भाजपा का इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट करार दिया। इसको लेकर चार सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर राहुल ही भाजपा के निशाने पर क्यों? क्या जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज को दबाने का षड़यंत्र है ईडी की कार्रवाई? क्या राहुल गांधी मोदी सरकार द्वारा चंद धन्ना सेठों के हित साधने में रोड़ा बने हैं? और भाजपा सरकार हजारों करोड़ रुपए विज्ञापन पर खर्च कर, अपने 40-50 मंत्री लगा व मीडिया पर दबाव डालकर केवल राहुल गांधी के खिलाफ ही इतनी ज्यादा हमलावर क्यों है?
राहुल की बुलंद आवाज से डर गई है सरकार : सुरजेवाला
उपरोक्त सवालों का खुद जवाब देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस की एकजुटता और राहुल की बुलंद आवाज से डर गई है। जब चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया और हमारे जवान शहीद हुए तो प्रधानमंत्री ने कहा 'न कोई घुसा है, न कोई आया है।' तब राहुल ही विपक्ष के अकेले नेता थे जिन्होंने सरकार को इस झूठ पर घेरा।
कांग्रेस न डरेगी, न झुकेगी, बल्कि लड़ेगी
सुरजेवाला ने कहा कि अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, चंद पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाए जाने, देश में फैलाई जा रही नफरत का विरोध करने से लेकर महंगाई से परेशान मध्यम वर्ग, नौकरीपेशा लोगों, गरीबों, छोटे दुकानदारों, छोटे व्यापारियों के पक्ष में राहुल आवाज उठाते हैं जो सरकार को रास नहीं आ रही। इससे बौखला कर ही मोदी सरकार ईडी के जरिए राहुल की निर्भीक और सत्य की आवाज पर हमला बोल रही है, लेकिन कांग्रेस न इससे डरेगी, न झुकेगी, बल्कि लड़ेगी।
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