Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने परिवारवाद की वकालत, कहा- देश में जो हो रहा है उससे तो....
Maharashtra Politics शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा गया है कि भाजपा को भारत जोड़ी यात्रा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा उनके कपड़ों पर निशाना साधने के बजाय उनके द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देना चाहिए।
मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि वंशवादी शासन देश में वर्तमान 'निरंकुशता' से बेहतर प्रतीत होता है। इसने राहुल गांधी की 'भारत जोड़ी यात्रा' की प्रशंसा की थी।
राहुल गांधी के सवालों का जवाब दे भाजपा
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में कहा गया है कि भाजपा को कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा उनके कपड़ों पर निशाना साधने के बजाय उनके द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देना चाहिए। इसमें कहा गया है कि राहुल गांधी द्वारा अपने चल रहे अभियान के दौरान उठाए जा रहे सवालों में दम है और उन्होंने भाजपा का मुंह बंद कर दिया है।
राहुल गांधी के कपड़ों पर भाजपा ने उठाए सवाल
मराठी अखबार ने कहा कि कांग्रेस नेता की यात्रा को लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। वह बेरोजगारी, किसानों, मजदूरों और छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों से जुड़े मुद्दों को उठा रहे हैं। संपादकीय में एक टी-शर्ट की कीमत पर भाजपा के सवाल उठाने का जिक्र करते हुए संपादकीय में कहा गया कि राहुल गांधी द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देने के बजाय भाजपा वह क्या कपड़े पहने हैं और क्या वह खाते हैं जैसे तुच्छ मुद्दों को उठाकर हमलों का सहारा ले रही है। भारत छोड़ो यात्रा लोगों में जागरूकता पैदा कर रही है और इससे भाजपा को 'पेट दर्द'' हो रहा है।
शिवसेना ने वंशवादी शासन की तारीफ की
कभी कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व के कटु आलोचक रही शिवसेना के मुखपत्र में कहा गया है कि निरंकुशता और तानाशाही देश में ऐसा कहर बरपा रही है कि एक वंशवादी शासन बेहतर लगेगा। बयान में कहा गया है कि राहुल गांधी की यात्रा देश में व्याप्त 'घृणा के माहौल को ठीक करेगी'।
उद्धव ठाकरे पर भी लगता रहा है परिवारवाद का आरोप
विशेष रूप से कांग्रेस और गांधी परिवार की तरह उद्धव ठाकरे को भी शिवसेना में पारिवारिक शासन को बढ़ावा देने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पिछली महाराष्ट्र सरकार (महाविकास अघाड़ी) में एनसीपी के साथ शिवसेना और कांग्रेस सहयोगी थे।
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