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    'बाबर के नाम पर भारत में कोई मस्जिद नहीं बनेगी', दिलीप घोष का TMC MLA को करारा जवाब

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 06:04 PM (IST)

    भाजपा नेता दिलीप घोष ने टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के बाबरी मस्जिद निर्माण के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। घोष ने कहा कि भारत में बाबर के नाम पर कोई मस्जिद नहीं बनेगी, क्योंकि वह एक आक्रमणकारी था। उन्होंने कहा कि लोग अपनी जमीन पर मंदिर बनाने के लिए स्वतंत्र हैं।

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    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता दिलीप घोष ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) के MLA हुमायूं कबीर के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि लोग अपनी जमीन पर मंदिर बनाने के लिए आजाद हैं, लेकिन भारत में मुगल शासक बाबर के नाम पर कभी कोई ढांचा नहीं बनाया जाएगा।

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    कबीर के बयान पर जवाब देते हुए, घोष ने कहा, 'कोई भी अपनी जमीन पर मंदिर या मस्जिद बना सकता है, लेकिन भारत में बाबर के नाम पर कोई मस्जिद नहीं बनेगी। हिंदू समुदाय ने 450 साल तक उसके खिलाफ विरोध किया, उसके ढांचों को तोड़ा, और बाद में राम मंदिर बनाया। बाबर एक हमलावर था; उसके नाम पर यहां कुछ नहीं बनाया जाएगा।'

    घोष का यह बयान पश्चिम बंगाल में बढ़ते पॉलिटिकल विवाद के बीच आया है, जब कबीर ने 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में 'बाबरी मस्जिद' की नींव रखने का अपना प्लान दोहराया। कबीर ने अपना रुख बनाए रखते हुए कहा कि हम 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की नींव रखेंगे।

    उन्होंने पहले यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि इस प्रोजेक्ट में तीन साल लगेंगे और इसमें कई मुस्लिम नेता हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि हम 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की नींव रखेंगे। इसे पूरा होने में तीन साल लगेंगे। उस इवेंट में कई मुस्लिम नेता हिस्सा लेंगे।

    तनाव तब और बढ़ गया जब पश्चिम बंगाल के मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने अयोध्या में राम मंदिर बनने का कड़ा विरोध किया। बाबरी मस्जिद गिराए जाने और उसके बाद की घटनाओं को गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि मस्जिद को जबरदस्ती गिराया गया और एक मंदिर बनाया गया। हम इससे सहमत नहीं हैं। हम 23 साल पहले बाबरी मस्जिद का मामला हार गए थे, और वहां एक मंदिर बनाया गया। यह एक राजनीतिक मुद्दा है, धार्मिक नहीं।