ISI जासूसी वाले बयान पर घिरे दिग्गी , VHP ने कहा- सीबीआइ करे पूछताछ, बयान गलत हो तो...
दिग्विजय सिंह ने कहा था कि भाजपा और बजरंग दल और के पदाधिकारियों को आइएसआइ के लिए जासूसी करते पकड़ा गया था। इस बयान पर अब वो घिर गए हैं। वीएचपी ने कहा कि उनसे पूछताछ होनी चाहिए।
नई दिल्ली, एएनआइ। विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने दिग्विजय की आलोचना की है। उन्होंने कहा ' बजरंग दल और भाजपा पर आइएसआइ के लिए जासूसी करते हुए पकड़े जानी की टिप्पणी को लेकर सीबीआइ को उनसे पूछताछ करनी चाहिए। उन्होंने रविवार को एएनआइ से कहा, 'अगर उन्हें कुछ जानकारी है, तो केंद्रीय जांच सीबीआइ को उनसे इस मामले में पूछताछ करनी चाहिए और इस दौरान अगर यह पता चले कि उन्होंने कुछ गलत बयान दिए हैं, तो उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।'
देश में कोई भी सिंह को गंभीरता से नहीं लेता
कुमार ने कहा कि देश में कोई भी सिंह को गंभीरता से नहीं लेता है। वीएचपी नेता ने कहा, 'इस तरह के बेबुनियाद आरोपों से माहौल खराब होता है। उन्होंने पहले भगवा आतंक के आरोप लगाए थे। वह फिर से वही काम कर रहे हैं। मैं इस तरह के बयानों की निंदा करता हूं।' कुमार ने इस दौरान वेदा अभियान के बारे में भी बात की और इसे एक ऐतिहासिक कार्यक्रम करार दिया।
दिग्विजय का बयान
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा और बजरंग दल पर विवादित बयान देते हुए शनिवार को कहा था कि भाजपा और बजरंग दल के कुछ पदाधिकारियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के लिए जासूसी करते पकड़ा गया था। उन्होंने कहा कि कुछ लोग, जो बजरंग दल और भाजपा में पदाधिकारी थे, आइएसआइ के लिए जासूसी करते पकड़े गए थे। उन्हें जमानत मिल गई है, लेकिन उनके खिलाफ देशद्रोह का केस चलना चाहिए।
पहले भी लगाया आरोप
यह पहला ऐसा अवसर नहीं है जब दिग्विजय ने भाजपा पर आइएसआइ के लिए काम करने का आरोप लगाया हो। दिग्विजय इससे पहले पिछले महीने भी इसी तरह का आरोप लगाया था। उन्होंने इस दौरान कहा था कि भाजपा और बजरंग दल को आइएसआइ फंडिंग करती है। इसके बाद उनकी जमकर आलोचना हुई तो उन्होंने सफाई दी कि उनके बयान को गलत तरीके से चलाया जा रहा है।
गांधी और पटेल को लेकर भाजपा और आरएसएस पर बरसे
दिग्विजय ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS)पर महात्मा गांधी और सरदार पटेल को लेकर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा के पास कोई राष्ट्रवादी नेता नहीं रहा है, इसलिए उन्हें सरदार पटेल, महात्मा गांधी और बीआर अंबेडकर जैसे नेताओं को अपना बताना पड़ रहा हैं।
गांधी और अंबेडकर आरएसएस से क्यों नहीं जुड़े
भोपाल के पूर्व सीएम ने ट्वीट कर सवाल किया कि 'गांधी और अंबेडकर ने आरएसएस के संस्थापक केबी हेडगेवार के साथ क्यों नहीं जुड़े?' क्यों गांधी और अंबेडकर ने आरएसएस के संस्थापक हेडगेवार के साथ काम नहीं है। दुर्भाग्य से भाजपा और आरएसएस के पास गांधी, सरदार पटेल और अंबेडकर जैसे राष्ट्रवादी नेताओं का नाम जपने के अलावा कोई चारा नहीं है।
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