भारत के नक्शे से तेलंगाना गायब! BJP नेता ने दिया आंध्र प्रदेश के मंत्री को ऐसा गिफ्ट, जिसपर छिड़ा राजनीतिक विवाद
आंध्र प्रदेश भाजपा प्रमुख पीवीएन माधव द्वारा राज्य के मंत्री नारा लोकेश को भारत का एक ऐसा नक़्शा भेंट किया गया जिसमें तेलंगाना राज्य को नहीं दर्शाया गया है। इस पर बीआरएस नेता केटी रामा राव ने कड़ी आपत्ति जताई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्पष्टीकरण मांगा है। माधव ने इसे कलात्मक चित्र बताते हुए सफाई दी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश भाजपा प्रमुख पीवीएन माधव ने राज्य के एचआरडी (Minister for Human Resources Development) मंत्री नारा लोकेश को एक भारत का नक्शा गिफ्ट के तौर पर दिया। हालांकि, भारतीय संस्कृति की महिमा" शीर्षक वाले इस नक्शे पर विवाद छिड़ गया है।
दरअसल, भाजपा प्रमुख ने जो नक्शा गिफ्ट किया, उसमें तेलंगाना राज्य को नहीं दर्शाया गया है। इसे लेकर बीआरएस के नेता केटी रामा राव ने आंध्र प्रदेश और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह स्पष्ट करने का आग्रह किया कि क्या यह चूक भाजपा के "राजनीतिक एजेंडे या योजना" को दर्शाती है। राव ने कहा कि लोगों ने सांस्कृतिक पहचान, इतिहास में उचित स्थान और तेलंगाना की भौगोलिक मान्यता के लिए पीढ़ियों से संघर्ष किया है।
पीवीएन माधव ने क्या सफाई दी?
हालांकि, इस मामले पर पीवीएन माधव ने पीटीआई को बताया कि यह मानचित्र एक कलात्मक चित्र है जिसमें आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को केवल एक पतली रेखा से अलग किया गया है।
Honourable PM @narendramodi ji,
— KTR (@KTRBRS) July 10, 2025
We have fought for generations for our cultural identity, our rightful place in history, and our geographical position - TELANGANA
Today, your Andhra Pradesh state BJP chief; Madhav Garu, has belittled our struggle by gifting a United Andhra… pic.twitter.com/vbFi2t1g2i
केटीआर ने क्या कहा?
केटीआर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा,माननीय प्रधानमंत्री जी, हमने अपनी सांस्कृतिक पहचान, इतिहास में अपने उचित स्थान और अपनी भौगोलिक स्थिति के लिए पीढ़ियों से संघर्ष किया है। तेलंगाना आज, आपके आंध्र प्रदेश राज्य भाजपा प्रमुख; माधव गारू ने संयुक्त आंध्र प्रदेश का नक्शा भेंट करके और तेलंगाना के अस्तित्व को नजरअंदाज करके हमारे संघर्ष को छोटा कर दिया है। यह बिल्कुल अस्वीकार्य है।
उन्होंने आगे कहा कि तेलंगाना के लोगों के प्रति, हमारे राज्य के प्रति, हमारे संघर्ष, शहीदों के बलिदान और इतिहास के प्रति घोर उपेक्षा को दर्शाता है। अगर हमारा इतिहास मिटा दिया जाए तो हम क्या हैं?! महोदय, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि यह स्पष्ट करें कि क्या यह आपकी पार्टी की योजना या राजनीतिक एजेंडे को दर्शाता है। अगर यह वास्तविक चूक है, तो मैं आपके पार्टी नेतृत्व से तेलंगाना के लोगों से माफी की मांग करता हूं।
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