उपरी न्यायालय में कांग्रेस देगी चुनौती, जयराम रमेश ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद होने पर जताया ऐतराज
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद होने के बाद यराम रमेश और अभिषेक सिंघवी ने कहा कि अदाणी महाघोटाले पर राहुल गांधी के लोकसभा में दिए भाषण से डरी सरकार ने साजिश के तहत उन्हें संसद में बोलने से रोकने के लिए बाहर कराया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश और वरिष्ठ वकील पार्टी प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने राहुल गांधी की सदस्यता रद करने में दिखाई गई तेजी को लेकर गंभीर सवाल उठाया और कहा कि अदाणी महाघोटाले पर राहुल गांधी के लोकसभा में दिए भाषण से डरी सरकार ने साजिश के तहत उन्हें संसद में बोलने से रोकने के लिए बाहर कराया है। पार्टी इसके खिलाफ पूरी तैयारी कर कोर्ट जाएगी और पूरे मामले में खामी को बताएगी।
जयराम रमेश ने इस मामले को बताया साजिश
जयराम ने इस मामले में साजिश की ओर इशारा करते हुए कहा कि पहले शिकायकर्ता ने खुद ही हाईकोर्ट में इसपर स्टे करवा दिया था। लेकिन अदाणी मुद्दे पर लोकसभा में राहुल के भाषण के नौ दिन बाद 16 फरवरी को शिकायतकर्ता ने हाईकोर्ट में अपना स्टे वापस ले लिया। एक साल बाद 27 फरवरी से बहस फिर शुरू हुई। 17 मार्च को फैसला रिवर्ज हुआ। क्या यह महज संयोग है।
केंद्र सरकार ने प्रतिशोध की भावना से किया काम
अभिषेक सिंघवी ने भी कहा कि याचिकाकर्ता ने 2021 जून में राहुल गांधी के पेश होने के बाद भी कई बार उनको निजी रूप से पेशी के लिए मजिस्ट्रेट अदालत से कहा मगर 2022 में उसका यह आग्रह खारिज हो गया तब उसने खुद हाईकोर्ट जाकर अपने ही मामले का ट्रायल रूकवा दिया।
सिंघवी के अनुसार अदाणी मुद्दे पर राहुल के आक्रामक रूख, पीएम मोदी के चीन को दी गई क्लीन चिट, नोटबंदी-जीएसटी जैसे मसलों पर तीखे सवालों से तिलमिलाई सत्ता ने प्रतिशोध और धमकी का यह रास्ता अपनाया है।
भारत जोड़ो यात्रा से डर गई मोदी सरकार: जयराम रमेश
जयराम रमेश ने कहा कि राहुल ऐसी किसी धमकियों से डरने वाले नहीं है और हकीकत यह है कि भारत जोड़ो यात्रा में उठाए गए मुद्दों के बाद पीएम मोदी खुद डरे हुए हैं और इसीलिए वे दूसरों को डरा रहे हैं। सिंघवी ने कहा कि राजनीतिक मोर्चे की लड़ाई पार्टी संसद से सड़क तक लड़ेगी और उपरी अदालत में कानूनी लड़ाई में हमें पूरी उम्मीद है कि राहुल गांधी को जीत मिलेगी।