Rajasthan: कांग्रेसी विधायकों ने मुझे पीटा, विधानसभा से बाहर निकालने पर फूट-फूट कर रोये बर्खास्त मंत्री गुढ़ा
Rajasthan अशोक गहलोत कैबिनेट में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह गुढ़ा को राजस्थान विधानसभा में प्रवेश नहीं करने दिया गया। मीडिया से बात करते हुए वह रोने लगे और कहा कि लगभग 50 लोगों ने मुझ पर हमला किया मुक्का लात मारा और कांग्रेस नेताओं ने मुझे विधानसभा से बाहर खींच लिया। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष ने मुझे बोलने की अनुमति भी नहीं दी।
जयपुर, एजेंसी। अशोक गहलोत कैबिनेट में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद आज कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह गुढ़ा को राजस्थान विधानसभा में प्रवेश नहीं करने दिया गया। पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा मीडिया से बातचीत के दौरान फूट-फूट कर रोने लगे और आरोप लगाया कि लगभग 50 लोगों ने मुझ पर हमला किया, मुझे मुक्का मारा और लात मारी।
कांग्रेस नेताओं ने मुझे विधानसभा से बाहर खींचा
राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने आगे कहा कि 'कांग्रेस नेताओं ने मुझे विधानसभा से बाहर खींच लिया। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष ने मुझे बोलने की अनुमति भी नहीं दी। मेरे खिलाफ आरोप लगाए गए कि मैं बीजेपी के साथ हूं। मैं जानना चाहता हूं कि मेरी गलती क्या है?'
#WATCH | Congress leader Rajendra Singh Gudha was not allowed to enter the Rajasthan Assembly today after being removed as minister in Ashok Gehlot's cabinet. pic.twitter.com/aMVOt0JRbM— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 24, 2023
लाल डायरी दिखाने के दौरान सदन में हुई बहस
सोमवार को शून्यकाल के दौरान सदन में तब अनियंत्रित स्थिति पैदा हो गई जब गुढ़ा 'लाल डायरी' लेकर स्पीकर सीपी जोशी की कुर्सी के पास पहुंचे और उनसे बहस करने लगे। जैसे ही गुढ़ा ने लाल रंग की डायरी लहराई, स्पीकर ने उन्हें अपने कक्ष में आने के लिए कहा।
कुछ देर बाद गुढ़ा संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के पास पहुंचे और उनसे भिड़ गए। सदन में बीजेपी विधायकों ने भी 'लाल डायरी' के मुद्दे पर हंगामा किया और सदन के वेल में पहुंच गये। हंगामा बढ़ने के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। उल्लेखनीय है कि सदन शुरू होने से पहले गुढ़ा ने संवाददाताओं से कहा था कि वह आज विधानसभा में लाल डायरी के बारे में खुलासा करेंगे।
'मैंने संघर्ष का रास्ता चुना है, माफी का नहीं'
राजेंद्र गुढ़ा ने सोमवार को कहा कि उन्होंने 'संघर्ष का रास्ता' चुना है और माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह आज राज्य विधानसभा में 'लाल डायरी' के बारे में विवरण का खुलासा करेंगे। गौरतलब है कि गुढ़ा को विधानसभा में कानून व्यवस्था की स्थिति और महिला सुरक्षा पर राज्य सरकार को घेरने के कुछ घंटों बाद 21 जुलाई की शाम को बर्खास्त कर दिया गया था।
बर्खास्त किए जाने के बाद क्या बोले राजेंद्र गुढ़ा?
राजेंद्र गुढ़ा ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले संवाददाताओं से कहा, 'मैंने संघर्ष का रास्ता चुना है, माफी का नहीं। मुझे किस बात के लिए माफी मांगनी चाहिए? मैंने महिला सुरक्षा के लिए आवाज उठाई है। मैं अब स्वतंत्र हूं। यह सच है और इसे स्वीकार करना चाहिए कि राजस्थान सरकर महिला सुरक्षा में विफल रही। मणिपुर के बजाय हमें अपने अंदर झांकना चाहिए कि राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार क्यों बढ़े हैं?'
#WATCH | Former Rajasthan Minister Rajendra Singh Gudha, says "Around 50 people attacked me, punched me, kicked me and Congress leaders dragged me out of the Assembly. The Chairman of the Rajasthan Assembly did not even allow me to speak. There were allegations against me that I… pic.twitter.com/YamjvHUcCO— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 24, 2023
कौन है राजेंद्र गुढ़ा?
सैनिक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा, पंचायती राज और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने वाले राजेंद्र गुढ़ा पहले सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाते थे। वह झुंझुनूं के उदयपुरवाटी से बसपा के टिकट पर विधायक बने। शुक्रवार को अपने ही सरकार को घेरने के बाद सीएम अशोक गहलोत की सिफारिश पर उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया। इस घटनाक्रम के बाद राजस्थान की सियासत में उबाल बढ़ता जा रहा है।