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    कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी भूले मर्यादा, बीमार मनोहर पर्रिकर पर की अभद्र टिप्पणी

    By Vikas JangraEdited By:
    Updated: Sat, 22 Dec 2018 10:19 AM (IST)

    ऐसा लगता है कि सत्ता पाने की चाह में अब कांग्रेसी नेता भाषा की मर्यादा भी भूलने लगे हैं। ...और पढ़ें

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    कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी भूले मर्यादा, बीमार मनोहर पर्रिकर पर की अभद्र टिप्पणी

    नई दिल्ली, जेएनएन। गोवा में सत्तासीन न होने का दुख कांग्रेस को सताने लगा है। ऐसा लगता है कि सत्ता पाने की चाह में अब कांग्रेसी नेता भाषा की मर्यादा भी भूलने लगे हैं। यहां गोवा में कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी ने मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पर अभद्र टिप्पणी की। जयपाल रेड्डी ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर पर राफेल सौदे के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ब्लैकमेल करने का आरोप भी लगाया है, ताकि वे अपने पद पर बने रह सकें।

    मडगांव में कांग्रेस की जन आक्रोश रैली के समापन कार्यक्रम में पर्रिकर के त्यागपत्र की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि 'वे (पर्रिकर) नैतिकता की बातें करते हैं। लेकिन, खुद मुख्यमंत्री की कुर्सी से जोंक की तरह चिपके हुए हैं। तब नैतिकता कहां चली जाती है?।' उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ब्लैकमेल कर रहे हैं क्योंकि राफेल विमान सौदे के वक्त वे रक्षा मंत्री थे।

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    बता दें कि साल 2017 में हुए गोवा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। 40 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 13 जबकि कांग्रेस 17 सीटों पर विजय मिली थी। बाकी 10 सीटों पर स्थानीय पार्टियों और निर्दलियों ने जीत हासिल की थीं। सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने के बावजूद कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई। 

    सत्ता में आने पर कांग्रेस कराएगी राफेल सौदे की जांच
    कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी ने शुक्रवार को कहा, 2019 में जब उनकी पार्टी सत्ता में आएगी, तो वह राफेल करार की जांच कराएगी। रेड्डी ने कहा, हम इस मामले में चर्चा के लिए तैयार हैं। हमें कुछ तथ्य इकट्ठा करने हैं और यह जेपीसी द्वारा ही किया जा सकता है। तथ्यों के बारे में पूरी जानकारी हुए बगैर आप निष्कर्ष पर कैसे पहुंच सकते हैं। रेड्डी से पूछा गया था कि कांग्रेस इस मुद्दे पर संसद में चर्चा क्यों नहीं कर रही है।

    उन्होंने कहा, अगले आम चुनाव के बाद जब हम सत्ता में आएंगे और हमें यकीन है कि हम आएंगे, तो हम जांच करेंगे। राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसने तय किया है कि उसे क्या करना है। हम अदालत में नहीं हैं। उच्चतम न्यायालय का फैसला सीमित मुद्दे पर है। इस पर फिर से विचार हो सकता है।