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    'एक बेटा सपा में, दूसरा बीजेपी में...'; भरे मंच से कांग्रेस नेता ने किस पर साधा निशाना? खरगे बजाते रहे ताली

    कांग्रेस नेता आलोक मिश्रा ने अहमदाबाद में हो रहे अधिवेशन के दौरान संगठन में हो रही नियुक्ति पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि एक शहर अध्यक्ष हैं जिनका एक बेटा भाजपा में और दूसरा बेटा सपा में है। जब मिश्रा भरे मंच से निशाना साध रहे थे तब उनकी बात पर मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी ताली बजा रहे थे। वहीं राहुल गांधी फोन में व्यस्त थे।

    By Digital Desk Edited By: Swaraj Srivastava Updated: Wed, 09 Apr 2025 04:01 PM (IST)
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    आलोक मिश्रा ने 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा था (फोटो: स्क्रीनग्रैब)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस का 84वां अधिवेशन चल रहा है। आज अधिवेशन के दूसरे दिन झंडावंदन के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इसके बाद पार्टी के अन्य नेताओं ने भी अपनी बात रखी। इस दौरान उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता आलोक मिश्रा ने अपनी ही पार्टी की नियुक्ति पर सवाल उठा दिए।

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    उन्होंने कहा कि पार्टी ने एक व्यक्ति को शहर का अध्यक्ष बनाया है, लेकिन उनका एक बेटा समाजवादी पार्टी में है और दूसरा नेता भारतीय जनता पार्टी में है। ताज्जुब की बात है कि आलोक मिश्रा के इस बयान पर खरगे और सोनिया गांधी ताली बजा रहे थे। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि आलोक मिश्रा का निशाना किसकी तरफ था।

    आलोक मिश्रा ने क्या कहा?

    • मंच पर अपने संबोधन के दौरान आलोक मिश्रा ने कहा, 'एक वो कार्यकर्ता जो 1982 से कांग्रेस में है, आज कांग्रेस की दुहाई देता है और आपसे आह्वान करने आया हूं कि हम लोग भाजपा से बाद में लड़ते हैं। कांग्रेसी ही आपस में लड़ता है। एक बात तय कर लीजिए कि जो भी फैसला ऊपर से हो जाएगा, उसे हम सहर्ष स्वीकार करेंगे।'
    • उन्होंने कहा कि 'आपस में नहीं लड़ेंगे, जब तक कांग्रेस को सत्ता में लाकर नहीं दम लेंगे। लेकिन राहुल और खरगे जी मैं आपसे कहने आया हूं कि आप भाजपा के लोगों को कांग्रेस से हटाना चाहते हैं। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि कोई ऐसा शहर अध्यक्ष, जिसका एक बेटा सपा में और एक बेटा भाजपा में हो, क्या वो शहर अध्यक्ष बनने लायक है।'
    • मिश्रा ने कहा कि 'अगर है तो हम भी आपको स्वीकार करते हैं। लेकिन एक बात और कहना चाहता हूं कि आपने मुझे मौका दिया। कानपुर में 4 लाख से ज्यादा वोट प्राप्त करने का मौका मिला, जो 1947 से नहीं मिला था। मैं आज आपने अनुरोध करने आया हूं कि शहर अध्यक्ष जो भी होगा, वो चुनाव के लिए आवेदन नहीं करेगा, सिर्फ संगठन का काम करेगा। ये तय कर लीजिए, वरना हर शहर अध्यक्ष और हर जिला अध्यक्ष चुनाव का कैंडिडेट बन जाएगा।'

    कौन हैं आलोक मिश्रा?

    आलोक मिश्रा 1982 में कांग्रेस के साथ जुडे़ थे। वह कानपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने कानपुर के क्राइस्ट चर्च कॉलेज से अपनी पढ़ाई की है। आलोक मिश्रा ने 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। उन पर 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं।

    आलोक मिश्रा की कुल संपत्ति 35 करोड़ रुपये से ज्यादा है। जानकार बताते हैं कि कानपुर की सीट पर पहली बार किसी कांग्रेस प्रत्याशी को 4 लाख से ज्यादा वोट मिले थे। आलोक मिश्रा ने ये कारनामा कर दिखाया था।

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