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    'ऑपरेशन ब्लू स्टार एक भूल', चिदंबरम के बयान पर मचा सियासी घमासान; भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 10:00 PM (IST)

    कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को एक बड़ी भूल बताया, जिसके लिए इंदिरा गांधी को अपनी जान देकर कीमत चुकानी पड़ी। उनके इस बयान पर कांग्रेस नेतृत्व ने नाराजगी जताई है, जबकि भाजपा ने इसे इंदिरा गांधी का राजनीतिक दुस्साहस बताते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है।

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    चिदंबरम के बयान पर मचा सियासी घमासान (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य पी. चिदंबरम ने कहा है कि जून, 1984 में चलाया गया ऑपरेशन ब्लू स्टार एक बड़ी भूल थी और इस गलती के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को अपनी जान गंवाकर इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी।

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    चिदंबरम के इस बयान को लेकर भाजपा, कांग्रेस पर हमलावर है। पार्टी ने कहा कि इतिहास में अब यह सच दर्ज करना होगा कि यह आपरेशन राष्ट्रीय आवश्यकता नहीं, बल्कि इंदिरा गांधी का राजनीतिक दुस्साहस था। भाजपा ने सवाल किया कि क्या कांग्रेस अब सच बोलने और झूठे विमर्श को उजागर करने के लिए चिदंबरम के विरुद्ध कार्रवाई करेगी?

    कांग्रेस ने बयान पर जताई नाराजगी

    वहीं, कांग्रेस नेतृत्व ने चिदंबरम के बयान पर गहरी नाराजगी जताई है और उसका मानना है कि वरिष्ठ नेताओं को सार्वजनिक बयान देने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।हिमाचल प्रदेश के कसौली में खुशवंत सिंह साहित्य महोत्सव में चिदंबरम ने पत्रकार एवं लेखिका हरिंदर बावेजा से उनकी किताब 'दे विल शूट यू मैडम: माई लाइफ थ्रू कान्फि्लक्ट' पर बातचीत के दौरान कहा, "सभी चरमपंथियों को वापस लाने और पकड़ने का एक तरीका था, लेकिन ऑपरेशन ब्लू स्टार गलत तरीका था। मैं मानता हूं कि इंदिरा गांधी को इस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी, लेकिन यह गलती सेना, खुफिया विभाग, पुलिस और नागरिक सुरक्षा एजेंसियों का संयुक्त फैसला था और इसके लिए पूरी तरह इंदिरा गांधी को दोष नहीं दे सकते।"

    उन्होंने कहा, "मैं किसी सैन्य अधिकारी का अनादर नहीं कर रहा, लेकिन वह (ब्लू स्टार) स्वर्ण मंदिर को पुन: प्राप्त करने का गलत तरीका था। कुछ वर्ष बाद हमने सेना को बाहर रखकर स्वर्ण मंदिर को पुन: प्राप्त करने का सही तरीका प्रदर्शित किया।"

    गौरतलब है कि आपरेशन ब्लू स्टार एक जून से 10 जून, 1984 के बीच दमदमी टकसाल के नेता जरनैल सिंह भिंडरावाला और उसके साथी चरमपंथियों को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर से बाहर निकालने के लिए चलाया गया सैन्य अभियान था। बाद में 31 अक्टूबर, 1984 को इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों ने उनके आवास पर हत्या कर दी थी।

    पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चिंदबरम को लेकर क्या कहा?

    चिदंबरम के बयान पर कांग्रेस सूत्रों ने बताया, पार्टी नेतृत्व का मानना है कि वरिष्ठ नेताओं, जिन्हें कांग्रेस से सब कुछ मिला है, को बयान देने में ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए जो पार्टी के लिए शर्मिंदगी पैदा करते हैं और यह आदत नहीं बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं के बार-बार दिए गए बयान पार्टी के लिए समस्याएं पैदा करते हैं, जो सही नहीं है।

    सूत्रों ने कहा कि इससे शीर्ष पार्टी नेतृत्व बहुत परेशान और पूरी पार्टी बहुत निराश है। पार्टी के सभी कार्यकर्ता इस बात से परेशान हैं कि ऐसा बार-बार क्यों हो रहा है।केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने पूर्व गृह एवं वित्त मंत्री की टिप्पणी पर 'एक्स' पोस्ट में कहा, "चिदंबरम जी ने कांग्रेस की गलतियों को बहुत देर से स्वीकार किया है!"

    रिजीजू ने कहा, "पहले उन्होंने (चिदंबरम) उजागर किया था कि अमेरिका और विदेशी ताकतों के भारी दबाव के कारण भारत मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों का जवाब नहीं दे सका था, अब वह स्वीकार कर रहे हैं कि स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लू स्टार भी एक गलती थी।"

    भाजपा ने साधा निशाना

    भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा, "एक राष्ट्रवादी होने के नाते, मेरा दृढ़ विश्वास है कि ऑपरेशन ब्लू स्टार को पूरी तरह से टाला जा सकता था और चिदंबरम ने सही कहा है।" उन्होंने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने राजनीतिक कारणों और चुनावी लाभ के 1984 के संसदीय चुनावों से पहले सबसे देशभक्त समुदाय, सिखों को राष्ट्र-विरोधी बताकर राष्ट्रवादी भावना भड़काने की कोशिश की थी।

    लेकिन वह अपने ही राजनीतिक जाल में फंस गईं और अंतत: उन्हें अपनी जान देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ी। सिंह ने कहा, "लेकिन असली त्रासदी मेरे समुदाय को झेलनी पड़ी। दिल्ली में 3,000 से अधिक सिखों का बेरहमी से नरसंहार किया गया और पूरे पंजाब में 30,000 से अधिक लोग मारे गए, जो एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश का शिकार हुए और जिसने देश के सामाजिक ताने-बाने को तहस-नहस कर दिया।"

    भाजपा ने क्या कहा?

    भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ऑपरेशन ब्लैक थंडर एक अधिक रणनीतिक तरीका था, जिसमें स्वर्ण मंदिर की बिजली व पानी की आपूर्ति काट दी गई और चरमपंथियों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया गया था। इससे श्री हरमंदिर साहिब और अकाल तख्त की पवित्रता को नष्ट किए बिना उद्देश्य हासिल किया जा सकता था।

    भाजपा आइटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को बलिदानी बताने का कोई मौका नहीं छोड़ती। लेकिन चिदंबरम ने वह मिथक तोड़ दिया है। इसी तर्क से राजीव गांधी की हत्या भी पड़ोसी देश में स्थिति से निपटने में उनके असफल प्रयासों का परिणाम थी।