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    BJP और TDP आए आमने-सामने, चंद्रबाबू नायडू की पार्टी ने संसद में किस मुद्दे पर उठाया सवाल

    By Agency Edited By: Mahen Khanna
    Updated: Sun, 15 Dec 2024 09:36 AM (IST)

    BJP TDP in Parliament चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने बीते दिन संविधान पर चर्चा के दौरान केंद्र के एक कदम पर सवाल उठाए। टीडीपी सांसद लवू श्रीकृष्ण देवरायलु ने जनसंख्या के आधार पर किए जा रहे परिसीमन पर चिंता जताई। सांसद ने कहा कि इस फैसले से उत्तर भारत के राज्यों को फायदा हो रहा है बल्कि दक्षिण को नुकसान होगा।

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    BJP TDP in Parliament संसद में टीडीपी ने केंद्र के कदम पर उठाए सवाल। (फाइल फोटो)

    एजेंसी, नई दिल्ली। BJP TDP in Parliament संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान चंद्रबाबू नायडू की पार्टी ने केंद्र के एक कदम पर सवाल उठाए। टीडीपी सांसद लवू श्रीकृष्ण देवरायलु ने लोकसभा में संविधान पर बहस के दौरान जनसंख्या के आधार पर किए जा रहे अगले परिसीमन पर चिंता व्यक्त की। 

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    दक्षिण के राज्यों को होगा नुकसान

    सांसद ने कहा कि अगले परिसीमन के तहत दक्षिणी राज्यों को नुकसान होगा, जबकि उत्तरी राज्यों को राजनीतिक रूप से लाभ होगा। सांसद ने कहा कि यदि जनसंख्या के आधार पर परिसीमन किया जाता है, तो गणना यह है कि चार राज्यों- यूपी, बिहार, एमपी और राजस्थान की सीटें वर्तमान की 169 से बढ़कर 324 हो जाएंगी, जबकि आंध्र, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक की सीटें वर्तमान 129 से बढ़कर 164 हो जाएंगी। 

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समय सीमा तय हो

    टीडीपी सांसद ने कहा कि यह संघवाद के हित में नहीं साबित होगा। उन्होंने आग्रह किया कि उन राज्यों को भी परिसीमन का लाभ दिया जाना चाहिए जिनकी जनसंख्या में कमी आई है। देवरायलु ने मांग की कि राज्य विधानसभाओं द्वारा पारित विधेयकों को मंजूरी देने के लिए राज्यपालों के लिए समय सीमा तय की जानी चाहिए। 

    सांसद ने सरकारों को गिराने के लिए कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि राज्य विधानसभा द्वारा केंद्र द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को खारिज करने के बावजूद आंध्र का विभाजन हुआ।

    बढ़ी हुई सीटों के साथ हो सकता अगला चुनाव

    बता दें कि 2029 में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव को बढ़ी हुई सीटों के साथ कराने का प्लान है। परिसीमन कानून के तहत 2026 तक लोकसभा की सीटें नहीं बढ़ाई जा सकती हैं। इसके बाद जनगणना के आधार पर परिसीमन कराया जा सकता है। अनुमान के अनुसार, 2027 की जनगणना के बाद परिसीमन पूरा होगा।