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    'संघ हीरा है, जितना मारा जाएगा, उतना चमकेगा', कर्नाटक सरकार के आदेश पर बीजेपी का पलटवार

    Updated: Fri, 17 Oct 2025 11:30 PM (IST)

    कर्नाटक सरकार द्वारा आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने के बाद, भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा नेताओं ने इस आदेश को लोकतंत्र विरोधी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया है। उन्होंने आरएसएस को एक देशभक्त संगठन बताया और कहा कि प्रतिबंध से संघ की विचारधारा और मजबूत होगी। भाजपा ने सरकार से तुरंत आदेश वापस लेने की मांग की है।

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     राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (प्रतीकात्मक)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर.अशोक ने कांग्रेस-नेतृत्व वाली सरकार के उस कदम पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें सभी निजी संगठनों के लिए अधिकारियों से अनुमति लेना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को लक्षित करने के लिए है।

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    उन्होंने कहा कि आरएसएस हीरे की तरह है और जितना अधिक इसे मारा जाएगा, उतना ही यह चमकेगा। इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर आर.अशोक ने शुक्रवार को कहा, ''कर्नाटक राज्य की वित्तीय स्थिति को दिवालियापन के कगार पर लाकर और हर क्षेत्र में पूरी तरह से विफल होकर कांग्रेस-नेतृत्व वाली सरकार निराधार आरोप लगा रही है और आरएसएस को बदनाम कर रही है ताकि जनता का ध्यान उसके आंतरिक संघर्षों, विफलताओं और भ्रष्टाचार से हट सके।''

    अशोक ने कहा, ''कांग्रेस के नेता चाहे जितना भी इसे बदनाम करने की कोशिश करें, वे संघ का कुछ नहीं बिगाड़ सकते। यह संगठन हीरे की तरह है। जितना अधिक इसे मारा जाएगा, उतना ही यह चमकेगा।''

    कांग्रेस पार्टी का मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन देश के विभाजन का कारण- अशोक 

    उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी का मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन देश के विभाजन का कारण बना। पार्टी का काला इतिहास है, जिसमें भारत में एक लाख से अधिक सांप्रदायिक संघर्षों की जिम्मेदारी है। यह प्रवृत्ति पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय से शुरू हुई और आज उनके परपोते राहुल गांधी और कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे में देखी जा रही है।

    सिद्दरमैया की सफाई-ये संघ के बारे में नहीं 

    कर्नाटक कैबिनेट के सार्वजनिक स्थानों और सरकारी परिसरों के उपयोग पर नियम लाने के निर्णय को लेकर मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने स्पष्ट किया कि यह ''केवल आरएसएस के बारे में नहीं है।'' उनकी टिप्पणी एक दिन बाद आई, जब उनकी नेतृत्व वाली कैबिनेट ने स्पष्ट रूप से आरएसएस गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया।


    (समाचार एजेंसी आइएएनएस के इनपुट के साथ)