दिग्विजय सिंह ने कांवर यात्रा पर उठाए सवाल तो भड़की भाजपा, कहा- हाफिज को 'साहब' कहने वालों को इसमें सांप्रदायिकता दिखी
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन की ओर से कांवर यात्रा पर की गई टिप्पणी के बाद भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने दोनों नेताओं पर हिंदू विरोधी नैरेटिव फैलाने का आरोप लगाया। त्रिवेदी ने कहा कि दिग्विजय सिंह जाकिर नाइक को शांति का संदेशवाहक मानते हैं। कांवर यात्रा में सांप्रदायिकता नजर आने लगती है।

आईएएनएस, नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन की ओर से कांवर यात्रा पर की गई टिप्पणी के बाद भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने दोनों नेताओं पर हिंदू विरोधी नैरेटिव फैलाने का आरोप लगाया।
सुधांशु त्रिवेदी जमकर साधा दिग्विजय सिंह पर निशाना
त्रिवेदी ने कहा कि दिग्विजय सिंह जाकिर नाइक को 'शांति का संदेशवाहक' मानते हैं। ओसामा बिन लादेन को 'ओसामा जी' कहते हैं और हाफिज सईद को 'हाफिज साहब' कहते हैं। लेकिन जब बात कांवर यात्रा की आती है, तो अचानक उन्हें इसमें सांप्रदायिकता नजर आने लगती है।
त्रिवेदी ने पूर्व पुलिस अधिकारी और कांग्रेस नेता अजय कुमार पर भी कटाक्ष किया और कहा कि उनमें भारत के भूगोल के बारे में बुनियादी ज्ञान की कमी है। त्रिवेदी ने कहा कि सिंह और हसन द्वारा किए गए बयान उसी वैचारिक ढांचे को दर्शाते हैं जो बार-बार हिंदू परंपराओं का विरोध करता है।
सुधांशु त्रिवेदी ने राहुला गांधी पर भी बोला हमला
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का वैश्विक हिंदुत्व को खत्म करने जैसे विदेशी सम्मेलनों और चेन्नई में सनातन धर्म को खत्म करने के उद्देश्य से आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेना इसी मानसिकता से उपजा है।
दिग्विजय सिंह ने कहा था कि राज्य सरकारों द्वारा यात्रा की सुविधा देने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन समस्या तब पैदा होती है जब ऐसे धार्मिक आयोजनों का कथित तौर पर नफरत फैलाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
वहीं, पूर्व सांसद एसटी हसन ने आरोप लगाया था कि उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ हिंदू समूह कथित तौर पर होटल कर्मचारियों और स्थानीय दुकानदारों की धार्मिक पहचान पर सवाल उठा रहे थे।
पहलगाम हत्याकांड को लेकर उठा सवाल
लोगों से उनका नाम पूछना या उनके धर्म की पुष्टि के लिए उन्हें कपड़े उतारना आतंकवाद का एक रूप है। उन्होंने पहलगाम हत्याकांड का हवाला देते हुए कथित घटनाओं की तुलना पिछले आतंकवादी कृत्यों से की, जहां पीड़ितों को धर्म के आधार पर निशाना बनाया गया था।
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