Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आजमगढ़ में मंत्री अनिल राजभर के स्वागत में भाजपा के दो गुटों में मारपीट, पुलिस बनी रही मूकदर्शक, देखें वीड‍ियो...

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 05:37 PM (IST)

    आजमगढ़ में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर का स्वागत करने के दौरान भाजपा के दो गुट आपस में भिड़ गए। गाड़ी आगे पीछे करने और मंच पर चढ़ने को लेकर हुई इस मारपीट में दोनों गुटों के बीच जमकर हाथापाई हुई। पुलिस के कोतवाली ले जाने पर भी मारपीट जारी रही जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई और भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा।

    Hero Image
    इस घटना से भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी खुलकर सामने आई है।

    जागरण संवाददाता, आजमगढ़। कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर की पहले स्वागत करने के लिए आपस में भाजपा नेताओं के दो गुट आपस में भिड़ गए। इस दौरान दोनों गुटों के बीच जमकर हाथापाई और घूसे चले। जब पुलिस दोनों पक्षों को कोतवाली लेकर गई तो वहां पर भी दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई। जबकि पुलिस मूकदर्शन बनी रही।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस घटना से एक बार फिर भाजपा की किरकिरी हुई। अभी हाल ही में हरैया ब्लाक के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भी दो गुटों में तनानती खुलकर सामने आई थी। जिले के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर जिला पंचायत के नेहरू हाल में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे। इसी बीच गाड़ी आगे पीछे करने के साथ मंच पर चढ़ने को लेकर गुटबाजी से जूझ रही भाजपा के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई।

    देखें वीड‍ियो :

    इस पक्ष में जहां एक तरफ से भाजपा युवा मोर्चा के मंत्री अमन श्रीवास्तव हैं। जिन्हें भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय का संरक्षण प्राप्त है। जबकि दूसरे पक्ष से निखिल राय हैं, जो भाजपा जिलाध्यक्ष सदर ध्रुव कुमार सिंह की टीम से जुड़े हुए हैं। दोनों गुट मारपीट के बाद शहर कोतवाली पहुंचे। जहां दो गुट फिर आपस में भिड़ गये।

    वहीं मामले की जानकारी मिलने के बाद भाजपा लालगंज के पूर्व जिला अध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव अपनी बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंच गए। कोतवाली में हुई मारपीट की घटना को देखते हुए बड़ी संख्या में फोर्स को कोतवाली में तैनात कर दी गई है।

    अभी हाल ही में हरैया ब्लाक में हुए ब्लाक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव पर भाजपा के दो गुटों के बीच खुलकर गुटबाजी सामने आई थी। जिसमें एक पक्ष भाजपा समर्थित संतोष सिंह के साथ था। जबकि दूसरा पक्ष समाजवादी पार्टी से समर्थित प्रत्याशी के साथ था। इस बात का आरोप भाजपा समर्थित प्रत्याशी ने खुलकर लगाया भी था।

    जिस तरह से प्रभारी मंत्री के सामने दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में भाजपा में किस कदर गुटबाजी से जुझ रही है। जबकि जिले के 10 विधानसभा और दो लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्जा है।