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    Bofors Scam: फिर बाहर निकला बोफोर्स का जिन्न, भाजपा ने सोनिया-राहुल से मांगा इस्तीफा; ये है मामला

    भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने द्वारा किया कि चित्रा सुब्रमण्यम ने अपनी किताब बोफोर्स गेट में बड़ी जानकारियों को उजागर किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्वात्रोची ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गांधी के साथ अपनी नजदीकी का फायदा रक्षा सौदा कराने में उठाया। हालांकि इस मामले को लेकर कांग्रेस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

    By Agency Edited By: Jeet Kumar Updated: Wed, 26 Mar 2025 02:30 AM (IST)
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    बोफोर्स मामले को लेकर भाजपा हमलावर, सोनिया-राहुल से मांगा इस्तीफा (फाइल फोटो)

     पीटीआई, नई दिल्ली। बोफोर्स का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है। हाल ही में बोफोर्स घोटाले पर एक पत्रकार की किताब का हवाला देते हुए भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस पर हमला बोला।

    भाजपा बोली- इस्तीफा दें राहुल और सोनिया गांधी

    भाजपा ने मांग की जब तक इटली के कथित बिचौलिये क्वात्रोची से संबंधों को पूर्ण उजागर नहीं किया जाता, तब तक कांग्रेसी नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी सांसद पद से इस्तीफा दे दें। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने द्वारा किया कि चित्रा सुब्रमण्यम ने अपनी किताब बोफोर्स गेट में बड़ी जानकारियों को उजागर किया है।

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    उन्होंने आरोप लगाया कि क्वात्रोची ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी पत्नी सोनिया गांधी के साथ अपनी नजदीकी का फायदा रक्षा सौदा कराने में उठाया। हालांकि, इस मामले को लेकर कांग्रेस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

    ये है मामला

    लंबे समय से ये आरोप लगते आए हैं कि क्वात्रोची (मृत) के इटली मूल की सोनिया गांधी के साथ मधुर संबंध थे और उसने इसका इस्तेमाल भारत में व्यापारिक फायदे के लिए किया। क्वात्रोची, 1987 में स्वीडिश सरकारी रेडियो द्वारा रिपोर्ट किए गए बोफोर्स तोप सौदे में कथित रिश्वतखोरी की सीबीआइ की लंबी जांच का एक आरोपी था। इसके बाद सुब्रमण्यम ने इस मामले पर कई खबरें कीं।

    एक संवाददाता सम्मेलन में भाटिया ने आरोप लगाया कि राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान रक्षा से जुड़ी फाइलों को क्वात्रोची के पास ले जाया जाता था, ताकि वह अपनी पसंद की कंपनियों के पक्ष में उनमें बदलाव कर सके।

    मल्लिकार्जुन खरगे से मांगा जबाव

    पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत वर्तमान कांग्रेस नेतृत्व को इस बात का जवाब देना चाहिए कि क्या यह राजीव गांधी द्वारा ली गई शपथ का उल्लंघन नहीं था। भाटिया ने यह आरोप भी लगाया कि 2005 में कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौरान सोनिया गांधी के कहने पर सीबीआइ ने क्वात्रोची के बैंक खातों से रोक हटा ली थी।