Priyanka Gandhi: प्रभु राम से कांग्रेस के वंशवाद की तुलना, ये प्रियंका का अहंकार : अनुराग ठाकुर
सत्याग्रह के दौरान प्रियंका वाड्रा ने कहा था कि भाजपा गांधी परिवार पर वंशवाद का आरोप लगाती है तो भगवान राम कौन थे? भगवान राम को वनवास के लिए भेजा गया लेकिन फिर भी उन्होंने अपने परिवार अपनी धरती के प्रति धर्म निभाया। क्या भगवान राम परिवारवादी थे?
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त होने के बाद से सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इसमें विवाद का नया अध्याय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान ने जोड़ दिया है। रविवार को राजघाट पर सत्याग्रह के दौरान जिस तरह से प्रियंका ने वंशवाद की चर्चा के दौरान भगवान राम का उल्लेख किया, उस पर भाजपा ने उन्हें निशाने पर ले लिया है।
कांग्रेस को नौटंकी छोड़कर गंभीर आत्मचिंतन की सलाह
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रभु राम से कांग्रेस के वंशवाद की तुलना को अहंकार और बेहद दुर्भाग्यपूर्ण कहा है तो वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित अन्य नेताओं ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कांग्रेस को नौटंकी छोड़कर गंभीर आत्मचिंतन की सलाह दी है।
सत्याग्रह के दौरान प्रियंका वाड्रा ने कहा था कि भाजपा गांधी परिवार पर वंशवाद का आरोप लगाती है तो भगवान राम कौन थे? भगवान राम को वनवास के लिए भेजा गया लेकिन फिर भी उन्होंने अपने परिवार, अपनी धरती के प्रति धर्म निभाया। क्या भगवान राम परिवारवादी थे?
अनुराग ने सोमवार को कहा कि गांधी परिवार की तुलना भगवान राम के राजवंश से करना प्रियंका गांधी का अहंकार है। इससे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि भाई-बहन (राहुल-प्रियंका) का अहंकार सारा देश देख रहा है। यह परिवार मानता है कि वह लोकतंत्र से ऊपर है, संसद और देश से ऊपर है। यह परिवार प्रभु राम से अपनी तुलना कर रहा है।
गांधी परिवार खुद को संविधान से ऊपर समझता है: भाजपा
जबकि गोयल,पुरी और शेखावत ने अलग अलग कांग्रेस को ड्रामा छोड़कर गंभीर आत्मचिंतन की सलाह दी। शेखावत ने भी कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि यह जो लोग लोकतंत्र को खतरे में बताते हैं, वही न्यायालय के निर्णय के विरुद्ध सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह परिवार खुद को संविधान से ऊपर समझता है। सावरकर के अपमान पर कहा कि राहुल गांधी को सेल्युलर जेल जाना चाहिए।
गोयल ने भी कहा कि राहुल की सदस्यता मानहानि के एक मामले में कोर्ट से निर्णय से गई है। फिर सत्याग्रह कर संविधान का विरोध कर रहे हैं या कोर्ट का। उन्होंने सलाह दी कि कांग्रेस परिवार संविधान से परे नहीं है। लेकिन उनकी मानसिकता यह है कि वह उपर हैं। अगर कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध अपील करना है तो उपरी कोर्ट में जाना चाहिए। लेकिन सच्चाई यह है कि उनकी रुचि सिर्फ राजनीति करने में है।