बेंगलुरु (पीटीआई)। कर्नाटक में आगामी साल 2023 में विधानसभा चुनाव होंगे। सभी राजनीतिक दल चुनाव जीतनें की तैयारियों में जुट गए हैं। आगामी विधानसभा के चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। वहीं, भाजपा ने भी इसके मद्देनजर अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को मांड्या दौरे के साथ चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का खास ध्यान पुराने मैसूर क्षेत्र पर होगा, जहां वह कमजोर है।
कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे शाह
गुरुवार की रात बेंगलुरु पहुंचे गृह मंत्री का स्वागत मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, उनके कई कैबिनेट सहयोगियों और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने किया था। अमित शाह 30 और 31 दिसंबर को पुराने मैसूर क्षेत्र के मांड्या व देवनहल्ली का दौरा करेंगे, जहां वह विभिन्न कार्यक्रमों और बैठकों में भाग लेंगे। इसके अलावा, अमित शाह पार्टी की बैठकों में भी शामिल होंगे। इस दौरान वह राज्य में भाजपा की चुनावी तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इसके साथ वह कई रणनीति पर भी चर्चा कर सकते हैं।
जनसभा को संबोधित करेंगे शाह
गृह मंत्री आज मांड्या में एक मेगा डेयरी का भी उद्घाटन करेंगे और वहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे। बता दें कि मांड्या एक वोक्कालिगा समुदाय बहुल जिला है। यह जेडी(एस) का गढ़ है, यहां कांग्रेस भी मजबूत है और भाजपा अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि ने भी बुधवार को कहा था कि उनकी पार्टी कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों में इन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देगी क्योंकि यहां के लोगों का विश्वास जीते बिना उसे बहुमत नहीं मिल सकता। उन्होंने कहा कि भाजपा विकास और हिंदुत्व के एजेंडे के साथ इस क्षेत्र में लोगों के सामने जाएगी।
सहकारी सम्मेलन में भाग लेंगे शाह
मांड्या में कार्यक्रमों के बाद शाह पैलेस ग्राउंड में एक सहकारी सम्मेलन में भाग लेने के लिए बेंगलुरु वापस आएंगे। इसके बाद उनका बीजेपी की बैठक में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है। वहीं, 31 दिसंबर को पार्टी नेताओं के साथ ब्रेकफास्ट मीटिंग के बाद गृह मंत्री केंद्रीय खुफिया प्रशिक्षण संस्थान का शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा, वह आईटीबीपी के आवासीय और गैर-आवासीय परिसरों का उद्घाटन करेंगे। वह सौहार्द सहकारी संघ का दौरा भी करेंगे। दिल्ली रवाना होने से पहले वह पैलेस ग्राउंड में भाजपा के बूथ अध्यक्षों व बूथ स्तर के एजेंटों से भी मुलाकात करेंगे।
150 सीटें जीतने का लक्ष्य
बता दें कि भाजपा का उद्देश्य राज्य की सत्ता में वापस आना है। इस बार भाजपा ने विधानसभा में कुल 224 सीटों में से न्यूनतम 150 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। पार्टी को आशा है कि शाह के दौरे से कार्यकर्ताओं में जोश भरेगा और उनमें विश्वास जगेगा।
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