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    'देश का अभिन्न हिस्सा है पीओके', गुलाम कश्मीर की जनता को अमित शाह का पैगाम; बताया क्या है भारत का लक्ष्य

    Amit Shah on PoK गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीओके में रहने वाले मुस्लिम और हिंदू भाई भारतीय हैं। जिस जमीन पर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा किया है। वह भारत का ही है। इस वापस पाना हर भारतीय और हर कश्मीरी का लक्ष्य है। अमित शाह ने आगे कहा पीओके का भारत में विलय कराना हर भारतीय की इच्छा और लक्ष्य है।

    By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Wed, 27 Mar 2024 08:25 AM (IST)
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    गृह मंत्री अमित शाह ने पीओके को भारत में विलय कराने का किया जिक्र।(फोटो सोर्स: नई दुनिया)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Amit Shah on PoK। लोकसभा चुनाव से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर इस बात को दोहराया है कि पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत का ही हिस्सा है और वहां के लोग, चाहे वे किसी भी धर्म के हों, वो भारतीय हैं।

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    मंगलवार देर शाम एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा,"पीओके में रहने वाले मुस्लिम और हिंदू भाई भारतीय हैं। जिस जमीन पर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा किया है। वह भारत का ही है। इस वापस पाना हर भारतीय और हर कश्मीरी का लक्ष्य है। अमित शाह ने आगे कहा, पीओके का भारत में विलय कराना हर भारतीय की इच्छा और लक्ष्य है।"

    घाटी में तीन परिवारों का लोकतंत्र नहीं होगा: अमित शाह

    गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर पर चर्चा करते हुए कहा कि घाटी में लोकतंत्र बहाल हो, लेकिन  यह तीन परिवारों पीडीपी, नेकां व कांग्रेस का लोकतंत्र नहीं होगा। यहां जनता द्वारा चुनी गई सरकार ही बनेगी। अमित शाह ने आगे कहा कि पिछले 10 वर्षों में घाटी में एक भी फर्जी मुठभेड़ नहीं हुए।

    अमित शाह ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से किसी प्रकार की बातचीत न करने की बात दोहराई है। उन्होंने कहा है कि सरकार केवल कश्मीर के युवाओं से ही बातचीत करेगी।

    घाटी से जल्द समाप्त हटाए जाएंगे अफस्पा: अमित शाह

    अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से अफस्पा हटाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में  सुरक्षाबलों की तैनाती योजनाबद्ध तरीके से घटाने और सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (अफस्पा) हटाने पर भी विचार किया जाएगा।

    दरअसल अफस्पा हिंसक इलाकों में सशस्त्र बलों को शांति कायम करने के लिए एक विशेष अधिकार देती है, जिसके जरिए सशस्त्र बल जरूरी पड़ने पर व्यक्ति की तलाशी, गिरफ्तारी या गोली चला सकती है।  पूर्वोत्तर राज्यों में अफस्पा लगाने की अब जरूरत नहीं पड़ती। हालांकि, घाटी में अफस्पा लगाने के नियम लागू हैं।

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