Air India One: पीएम मोदी के नए विमान को भारतीय वायुसेना करेगी संचालित, जानें इसकी खासियत
Air India Oneपीएम मोदी अगले साल जुलाई से जिस नए विमान से यात्रा करने वाले हैं उसे भारतीय वायुसेना के पायलटों द्वारा संचालित किया जाएगा। यह विमान एंटी मिसाइल तकनीक से लैस होगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र।Air India One, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के अन्य शीर्ष गणमान्य व्यक्तियों की यात्रा के लिए अगले साल जुलाई से इस्तेमाल होने वाले विशेष रूप से निर्मित दो बी777 विमानों का संचालन एयर इंडिया नहीं बल्कि भारतीय वायुसेना के पायलट करेंगे। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह विमान एंटी मिसाइल तकनीक से लैस होगा। इसे लेकर अमेरिका से 190 मिलियन का करार हुआ है। इस विमान को एयर इंडिया वन दिया गया है।
एयर इंडिया के पास होगा रखरखाव का जिम्मा
एक अधिकारी ने कहा कि विमानों के रखरखाव का काम एयर इंडिया की सहयोगी कंपनी एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड (एआइईएसएल) के जिम्मे होगा। फिलहाल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयर इंडिया के विमान बी747 का इस्तेमाल करते हैं। इन विमानों को एयर इंडिया के पायलट उड़ाते हैं और इनके रखरखाव की जिम्मेदारी एआईईएसएल के जिम्मे है। जब यह बी747 विमान गणमान्य व्यक्तियों के लिए उड़ान नहीं भरते तो एयर इंडिया इनका इस्तेमाल वाणिज्यिक संचालन के लिए करती है।
बी777 विमान को वायुसेना के पायलट ही उड़ाएंगे
एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, दो नये बी777 विमान अगले साल जुलाई में बोइंग के अमेरिकी संयंत्र से भारत लाए जाएंगे। इन पर 'एयर इंडिया वन' लिखा होगा। सिर्फ वायुसेना के पायलट ही प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए इन दो नये विमानों को उड़ाएंगे।
बी777 विमान सिर्फ गणमान्य व्यक्तियों के लिए हैं
अधिकारी ने बताया कि बी777 विमानों के लिए वायुसेना के चार से छह पायलटों को एयर इंडिया द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। वायुसेना के कुछ अन्य पायलटों को भी जल्द प्रशिक्षित किया जाएगा। नए विमानों का उपयोग केवल गणमान्य व्यक्तियों की यात्रा के लिए किया जाएगा।
विमान कि विशेषता
B777 विमानों में अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली होगी, जिसे लार्ज एयरक्राफ्ट इन्फ्रारेड काउंटरमेशर (LAIRCM) और सेल्फ-प्रोटेक्शन सूट (SPS) कहा जाता है। फरवरी में, यूएस ने कुल 190 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से भारत को दो रक्षा प्रणाली बेचने पर सहमति व्यक्त की।