Remarks on Prophet: भारत का पाक पर करारा पलटवार, कहा- अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान दे पाकिस्तान
भारत ने पाकिस्तान पर करारा पलटवार किया है। विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अरिंदम बागची ने क्या बातें कही जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...
नई दिल्ली, एजेंसियां। भारत ने सोमवार को पाकिस्तान की टिप्पणियों पर करारा पलटवार किया। विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत सरकार सभी धर्मों के प्रति सम्मान का भाव रखती है। पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके साथ ही अरिंदम बागची ने पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा के दो 'पूर्व' नेताओं की कथित विवादित टिप्पणियों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्रालय के बयानों को खारिज कर दिया।
इस मसले पर पाकिस्तान के बयानों को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा कि हमने पाकिस्तान के बयानों को देखा है। अल्पसंख्यकों के अधिकारों का लगातार उल्लंघन करने वाले एक देश (पाकिस्तान) का किसी दूसरे देश पर सवाल उठाना गले नहीं उतर रहा है। यह दुनिया पाकिस्तान में हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों और अहमदियों सहित अल्पसंख्यकों पर किए जाने वाले जुल्मों और उत्पीड़न का गवाह रही है।
बागची (Ministry of External Affairs spokesman Arindam Bagchi) ने पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए कहा कि भारत सरकार सभी धर्मों के प्रति सर्वोच्च सम्मान का भाव रखती है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में कट्टरपंथियों को बढ़ावा दिया जाता है। पाकिस्तान में चरमपंथियों और कट्टरपंथियों के सम्मान में स्मारक बनाए जाते हैं। हमारा पाकिस्तान से इतना ही कहना है कि वह भारत में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिशें करने से बाज आए और अपने यहां अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा पर ध्यान दे।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आरोप लगाया था कि भारत की मौजूदा सरकार धार्मिक स्वतंत्रता और खास तौर पर मुसलमानों के अधिकारों को कुचल रही है। हाल ही में अमेरिका की ओर से जारी की गई सालाना अंतराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट में भी पाकिस्तान को आईना दिखाया गया था। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तान में धार्मिक आजादी का लगातार हनन हो रहा है। इसके साथ ही अमेरिका ने पाकिस्तान को उन देशों की सूची में बरकरार रखा है, जहां धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन किया जाता है।