मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से मिले राजनाथ सिंह, रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर दिया जोर
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीन दिवसीय मालदीव दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से राजधानी माले में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया।
नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को तीन दिवसीय मालदीव दौरे पर पहुंचे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने मालदीव दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से राजधानी माले में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया।
राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद से मिले राजनाथ
बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को मालदीव की अपनी तीन दिवसीय यात्रा शुरू की है। राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर बताया कि माले में राष्ट्रपति कार्यालय में राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से मुलाकात की है। हमने भारत और मालदीव के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा की।
Excellent meeting with HEP Ibrahim Mohamed Solih at the President's Office in Male. We discussed a wide range of issues to further strengthen the relations between India and Maldives. pic.twitter.com/4RYp6UNWaG— Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 2, 2023
विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद से मिले राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने मालदीव दौरे के पहले दिन मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद से मुलाकात की थी। उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि माले में मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद से मुलाकात करके खुशी हुई।
मालदीव को सौपेंगे गश्ती पोत व लैंडिंग क्राफ्ट
उल्लेखनीय है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मित्र देशों और क्षेत्र के साझीदारों की क्षमता निर्माण के लिए भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप मालदीव के राष्ट्रीय रक्षा बलों को एक फास्ट पेट्रोल वेसल जहाज और एक लैंडिंग क्राफ्ट उपहार में देंगे। अपने प्रवास के दौरान वह देश में जारी परियोजना स्थलों का भी दौरा करेंगे और प्रवासी भारतीयों से बातचीत करेंगे। रक्षा मंत्री की यात्रा दोनों देशों के बीच मित्रता के प्रगाढ़ संबंधों के निर्माण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
राजनाथ सिंह का मालदीव दौरा है काफी अहम
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारत और मालदीव समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद, कट्टरपंथीकरण, समुद्री डकैती, तस्करी, संगठित अपराध और प्राकृतिक आपदाओं सहित साझा चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति के साथ-साथ सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) विजन तथा मालदीव की ‘भारत पहले’ नीति में हिंद महासागर क्षेत्र के भीतर क्षमताओं को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए मिलकर कार्य करने की इच्छा जताई गई है।