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    EXCLUSIVE: जो नरेंद्र बत्रा को हराएगा वह होगा हमारा उम्मीदवार : आनंदेश्वर पांडे

    By Vikash GaurEdited By:
    Updated: Sun, 12 Dec 2021 07:42 AM (IST)

    भारतीय ओलिंपिक संघ में हर बार की तरह बार भी चुनावों को लेकर रस्साकशी जारी है। आइओए में कई गुट हैं जिनमें एक गुट का कहना है कि जो भी शख्स नरेंद्र बत्रा को हराने की ताकत रखता है उसे हम उम्मीदवारी देंगे।

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    Indian Olympic Association के चुनाव होने हैं (फोटो एपी)

    अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। भारतीय ओलिंपिक संघ (आइओए) के आने वाले चुनाव में नरेंद्र बत्रा व ललित भनोट के गुट की टक्कर राजीव मेहता, आनंदेश्वर पांडेय, ललित खन्ना और सुधांशु मित्तल के गुट से होनी है। इसको लेकर अभी से शह-मात का खेल शुरू हो गया।

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    भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे और नोएडा से विधायक पंकज सिंह के बत्रा के खिलाफ अध्यक्ष पद की दावेदारी ठोकने के सवाल पर आइओए कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे ने कहा कि अभी तो चुनाव की तारीख भी तय नहीं है तो उम्मीदवार कहां से तय हो गया। जब चुनाव की तारीख तय होगी तो हमारा गुट बैठेगा और तय करेगा कि कौन वर्तमान अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा के खिलाफ उतरेगा।

    पांडे का कहना है, "हमारा उद्देश्य सिर्फ यह है कि जो बत्रा को हराएगा वही हमारा उम्मीदवार होगा। वह चाहे पंकज सिंह हों या सुधांशु त्रिवेदी या असम के मुख्यमंत्री डा. हिमंत बिस्वा सरमा। इस समय आइओए में ऐसे करीब 20-25 वोट हैं जिस पर भाजपा नेताओं का असर है। हम अपने गुट से ऐसे ही नेता को अध्यक्ष पद पर लड़ाएंगे जिनको ये सभी वोट मिलें।"

    पंकज उत्तर प्रदेश भाजपा के महासचिव और भारतीय तलवारबाजी संघ के अध्यक्ष हैं। आइओए के महासचिव राजीव मेहता उन्हें तलवारबाजी संघ में लेकर आए हैं। भाजपा नेता सुधांशु मित्तल भारतीय खो-खो संघ के अध्यक्ष हैं। हिमंत भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष हैं। राजीव मेहता का भी बत्रा से 36 का आंकड़ा है। जब उनसे पूछा गया कि आपके गुट से कौन अध्यक्ष पद का उम्मीदवार होगा तो उन्होंने कहा कि विरोधी ही हमारे गुट के नाम उड़ाते रहते हैं। हम लोग सर्वसम्मति से फैसला लेंगे। मेहता आइओए का अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे क्योंकि उन्हें नियमों के हिसाब से चार साल का कूलिंग आफ पीरियड लेना होगा।

    चुनाव में अदालती पेंच

    हाल ही में दिल्ली उच्च न्यायालय ने वकील राहुल मेहरा की याचिका पर सुनवाई करते हुए आइओए की कार्यकारी समिति के चुनाव पर रोक लगा दी है। मेहरा ने अपनी याचिका में कहा था कि 19 दिसंबर को होने वाले चुनाव पूरी तरह से गैर कानूनी हैं और इसकी सुनवाई पूरी होने तक चुनाव में रोक लगाई जाए। इसके बाद चुनाव रोक दिए गए है। अब ये चुनाव जनवरी 2022 में होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आइओसी) ने आइओए को 19 दिसंबर को होने वाले चुनावों को बाद में कराने की सलाह दी है। हालांकि, उसने कहा है कि आप आपनी वार्षिक आम सभा इसी दिन कर सकते हैं। आइओसी ने आइओए अध्यक्ष को भेजे गए पत्र में कहा है कि आइओए संविधान में आवश्यक संशोधनों के बाद चुनाव अगले साल जनवरी समाप्त होने से पहले होने चाहिए।