सिंधु और नेहवाल जैसे खिलाड़ी तैयार करना लक्ष्य : विक्रमादित्य चौफला
Vikramaditya Chaufla Badminton Academy पूर्व खिलाड़ी से उद्यमी बने विक्रमादित्य चौफला ने बैडमिंटन को बढ़ावा देने और पीवी सिंधु और साइना नेहवाल जैसे विश्व विजेता शटलर तैयार करने के दोहरे उद्देश्य से उदयपुर में राजस्थान की सबसे बड़ी बैडमिंटन अकादमी शुरू की है। अत्याधुनिक उत्कृष्टता केंद्र का नाम उनके दादा के नाम पर रखा गया है और इसमें छह कोर्ट हैं।
नई दिल्ली, खेल संवाददाता। पूर्व खिलाड़ी से उद्यमी बने विक्रमादित्य चौफला ने बैडमिंटन को बढ़ावा देने और पीवी सिंधु और साइना नेहवाल जैसे विश्व विजेता शटलर तैयार करने के दोहरे उद्देश्य से उदयपुर में राजस्थान की सबसे बड़ी बैडमिंटन अकादमी शुरू की है। 2012 में विश्व यूनिवर्सिटी बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले चौफला ने बैडमिंटन पर विशेष ध्यान देने के साथ पिछले वर्ष आर एल चौफला सेंटर आफ स्पोर्ट्स एक्सीलेंस लांच किया था।
अत्याधुनिक उत्कृष्टता केंद्र का नाम उनके दादा के नाम पर रखा गया है और इसमें छह कोर्ट हैं। पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी ने अपने जुनून को आगे बढ़ाने और अकादमी को पर्याप्त समय देने के लिए भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक की आरामदायक नौकरी भी छोड़ दी। चौफला कई प्रतिभाओं के धनी हैं और अगले महीने रोटरडम में विश्व रैकेटलोन चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे।
एथलीटों की दुर्लभ क्लब में हैं शामिल
रैकेटलोन एक संयोजन खेल है जिसमें प्रतियोगियों को चार रैकेट खेल टेबल टेनिस, बैडमिंटन, टेनिस और स्क्वाश खेलना होता है। ये चारों रैकेट खेल हैं, इसलिए चौफला ने स्वाभाविक रूप से इस खेल को अपनाया और पिछले वर्ष ऑस्ट्रिया में नेशंस कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे। इस उपलब्धि ने उन्हें उन एथलीटों के एक दुर्लभ क्लब में शामिल कर दिया, जिन्होंने दो खेलों की विश्व चैंपियनशिप बैडमिंटन और रैकेटलोन में भाग लिया।
चौफला ने रैकेटलोन में अपनी भागीदारी को लेकर कहा कि बैडमिंटन हमेशा मेरे दिल के सबसे करीब रहेगा, लेकिन अब मैं रैकेटलोन के साथ देश का नाम रोशन करना चाहता हूं। एक बैडमिंटन खिलाड़ी होने के नाते मैं तुरंत अन्य तीन खेलों से जुड़ गया जो रैकेटलोन का हिस्सा हैं और पिछले वर्ष ऑस्ट्रिया में ट्रॉफी जीतने से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है, जिसकी मुझे आवश्यकता थी।
विश्व स्तरी खिलाड़ी बनाना लक्ष्य
विश्व रैकेटलोन चैंपियनशिप दो से छह अगस्त तक रोटरडम में खेली जाएगी। 23 सितंबर से आठ अक्टूबर तक चीन के हांगझू में एशियाई खेल होने हैं। उसमें भारत की उम्मीदों के बारे में पूछने पर इस 37 वर्षीय शटलर ने कहा कि मैं अपनी अकादमी में बैडमिंटन के धुरंधर निकालना चाहता हूं जो पदक जीतकर भारत का नाम रोशन करें। यह वर्तमान में राजस्थान की सबसे बड़ी बैडमिंटन अकादमी है।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में बैडमिंटन का बड़े पैमाने पर विकास हुआ है और हमारा लक्ष्य है कि अकादमी में उभर रहे खिलाड़ियों को अपने खेल को अगले स्तर तक ले जाने के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएं। मैं चाहता हूं कि हमारी अकादमी से भी पीवी सिंधु और साइना नेहवाल जैसी प्रतिभाएं निकलें जिससे देश इस खेल में और ऊंचाइयां छुए।
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