World Para Athletics Championship: जेएलन स्टेडियम में दो विदेशी कोच को आवारा कुत्तों ने काटा, टीमों में डर का माहौल
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान दो विदेशी कोचों को आवारा कुत्तों ने काट लिया जिससे खिलाड़ियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। जापान और केन्या के कोच प्रशिक्षण सत्र के दौरान कुत्तों के शिकार हुए। एमसीडी ने स्टेडियम को कुत्तों से मुक्त कराने के प्रयास किए थे लेकिन बाहर से कुत्ते फिर अंदर आ गए।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों और बार-बार चेतावनी के बावजूद दिल्ली में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में चल रही विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान शुक्रवार को दो विदेशी कोचों को कुत्तों ने काट लिया। इस घटना ने खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जापान के कोच मिस मिएको ओकुमात्सु और केन्या टीम के कोच डेनिस मरागिया को प्रशिक्षण सत्र के दौरान आवारा कुत्तों ने काट लिया। स्टेडियम में मौजूद मेडिकल टीम ने तुरंत दोनों को प्राथमिक उपचार दिया और बाद में उन्हें सफदरजंग अस्पताल भेजा गया। वहां आवश्यक इंजेक्शन और दवाएं दिए जाने के बाद दोनों को उनके होटल भेजा गया।
अचानक बोला हमला
केन्याई टीम के अधिकारी जोएल अटुति ने बताया कि सुबह लगभग 10 बजे यह घटना हुई। कोच डेनिस अपने एक खिलाड़ी से स्टेडियम के कॉल रूम के पास बात कर रहे थे, तभी अचानक एक कुत्ता उन पर झपटा और काट लिया। उनके पैर से खून बहने लगा। इसी तरह जापान की कोच भी कुत्ते के हमले की शिकार बनीं।
करीब 2,200 एथलीट इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही 35 से अधिक डोपिंग नियंत्रण अधिकारी भी मौजूद हैं। आयोजन समिति का कहना है कि खिलाड़ियों की सुरक्षा और प्रतियोगिता को डोपिंग-फ्री रखने पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। हालांकि, इस घटना ने विदेशी दलों में चिंता जरूर बढ़ा दी है।
स्टेडियम से आवारा कुत्तों की सुरक्षा पर एमसीडी का पहरा
आयोजकों ने एक प्रेस रीलीज जारी कर कहा कि विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप से पूर्व 21 अगस्त 2025 को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को आवारा कुत्तों से मुक्त कराने के लिए एमसीडी को औपचारिक अनुरोध किया गया था। एमसीडी ने समय रहते स्टेडियम को खाली कराया और पहले दिन से ही डॉग कैचिंग वाहन तैनात कर दिए। बावजूद इसके बाहर लोगों द्वारा कुत्तों को खिलाने से वे पुनः अंदर आ जाते हैं। अब एमसीडी ने दो विशेष टीमों को स्टेडियम परिसर में स्थायी रूप से तैनात किया है। सभी कुत्तों को पशु कल्याण मानकों के तहत शेल्टर होम भेजा जा रहा है। खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
क्या है कॉल रूम?
काल रूम वह स्थान होता है जहां खिलाड़ी अपनी प्रतिस्पर्धा से पहले इकट्ठा होते हैं। स्टेडियम में दो कॉल रूम बने हैं, जो मुख्य प्रतियोगिता क्षेत्र और वॉर्म-अप जोन के निकट स्थित हैं।
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