Special Olympics: 2 साल की उम्र में हुआ ऑटिज्म, लिम्का बुक में दर्ज है नाम; गोल्फ मास्टर हैं रणवीर
Special Olympics रणवीर सैनी 2013 में विशेष ओलंपिक एशिया पैसिफिक गोल्फ मास्टर टूर्नामेंट में भाग लेने वाले विशेष ओलंपिक भारत के पहले एथलीट हैं। रणवीर ने 2013 में पहली बार एसओ भारत को गोल्फिंग ग्रीन्स में हिस्सा लिया था।

नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। भारत के एथलीट स्पेशल ओलंपिक (Special Olympics) वर्ल्ड समर गेम्स के लिए जोर-शोर से तैयारी कर रहे हैं। इसका आयोजन 17 जनू से 25 जून के बीच बर्लिन में होगा। हरियाणा के रणवीर सिंह सैनी का भी चयन समर गेम्स के लिए हुआ है। वह इसके लिए विशेष तैयारी कर रहे हैं।
रणवीर सैनी 2013 में विशेष ओलंपिक एशिया पैसिफिक गोल्फ मास्टर टूर्नामेंट में भाग लेने वाले विशेष ओलंपिक भारत के पहले एथलीट हैं। रणवीर ने 2013 में पहली बार एसओ भारत को गोल्फिंग ग्रीन्स में हिस्सा लिया था। 2014 के बाद से कई बार मकाओ में कैसर गोल्फ कोर्स में आयोजित वार्षिक टूर्नामेंट में भाग लिया।
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है नाम
अपनी गोल्फिंग किट के साथ मजबूती से आगे बढ़ रहे रणवीर सैनी अब बर्लिन 2023 गेम्स की तैयारी कर रहे हैं। कई पदक, ट्राफियां और पुरस्कार जीतने के बाद, खेल के प्रति उनका ध्यान और समर्पण प्रत्येक बीते साल के साथ मजबूत हो रहा है।
दो साल की उम्र में हुआ था ऑटिज्म
रणवीर को 2 साल की उम्र में ऑटिज्म हो गया था। इलाज के बाद रणवीर खेल की दुनिया की तरफ आकर्षित हुए। वह एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं जो गोल्फ के खेल से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा उन्हें उनकी उपलब्धि पर गर्व महसूस करता है। उनकी अन्य खेल रुचियां फुटबॉल, तैराकी, घुड़सवारी आदि हैं।
अपने खेल का खुद करते हैं आंकलन
रणवीर सैनी की मां भक्तावर सैनी कहती हैं कि वह रणवीर की रुचि को लेकर बहुत अच्छा महसूस करती हैं, जिससे उनके लिए अकेला खेलना संभव हो जाता है। रणवीर का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। इसके अलावा हरियाणा राज्य का प्रतिष्ठित और सर्वोच्च खेल सम्मान भीम पुरस्कार भी हासिल कर चुके हैं। वह अपने खुद के सबसे बड़े आलोचक हैं, जो हर स्ट्राइक पर खुद के प्रदर्शन का आंकलन करते हैं।
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