सात्विक- चिराग शेट्टी की जोड़ी ने रचा इतिहास, Badminton Asia Championship में भारत को दिलाया पहला गोल्ड मेडल
Satwiksairaj Rankireddy Chirag Shetty Gold Medal Badminton Asia Championship सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने दुबई में खेले जा रहे एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है। सात्विक-चिराग की जोड़ी इस चैंपियनशिप में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाली जोड़ी बन गई है।

नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने दुबई में खेले जा रहे एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है। सात्विक-चिराग ने फाइनल मैच में बाजी मारते हुए भारत को इस चैंपियनशिप में पहला गोल्ड मेडल दिलाया। सात्विक-चिराग की जोड़ी ने इस टूर्नामेंट में 58 साल के सूखे को भी खत्म कर दिया है।
सात्विक-चिराग ने रचा इतिहास
सात्विक और चिराग ने फाइनल मुकाबले में बेहतरीन खेल दिखाते हुए मलेशिया के ओंग यू सिन और तेओ ईओ यी को शिकस्त दी। भारतीय जोड़ी ने खिताबी मुकाबले को 16-21, 21-17, 21-19 से अपने नाम किया। फाइनल मुकाबले की शुरुआत सात्विक-चिराग के लिए अच्छी नहीं रही और दोनों को पहला गेम 16-21 से गंवाना पड़ा। हालांकि, इसके बाद भारतीय जोड़ी ने जोरदार कमबैक किया और दूसरे गेम को 21-17 और तीसरे को 21-19 से अपने नाम करते हुए इतिहास रच डाला।
IT’S A GOLD 🥹
The wait of 58 years finally comes to an end as our very own Sat-Chi clinch the historic 🥇 medal. 2️⃣nd for 🇮🇳 after 1965, 1️⃣st in MD category 🥳🥳
📸: @badmintonphoto @himantabiswa | @sanjay091968 | @lakhaniarun1 #BAC2023#IndiaontheRise#Badminton pic.twitter.com/3NQbqwy7al
— BAI Media (@BAI_Media) April 30, 2023
Proud of @satwiksairaj and @Shettychirag04 for scripting history by becoming the first Indian Men's Doubles pair to win the Badminton Asia Championships Title. Congratulations to them and wishing them the very best for their future endeavours. pic.twitter.com/i0mES2FuIL
— Narendra Modi (@narendramodi) April 30, 2023
भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल
एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में डबल्स कैटेगिरी में यह भारत की झोली में आया पहला गोल्ड मेडल है। इससे पहले दीप घूष और रमन घूष की जोड़ी ने साल 1971 में इस टूर्नामेंट में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। हालांकि, सेमीफाइनल में उनको हार का सामना करना पड़ा था और उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था।
सिंगल्स में दिनेश खन्ना ने दिलाया था स्वर्ण पदक
साल 1965 में भारत के दिनेश खन्ना ने सिंगल्स में एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया था। हालांकि, डबल्स में भारत की ओर से कोई भी जोड़ी अब तक सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी थी। सेमीफाइनल में सात्विक और चिराग को वॉकओवर मिला था और वह फाइनल में कदम रखने वाली भारत की पहली जोड़ी बन थी।
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