विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में पूजा और जैस्मिन ने पक्के किए दो और पदक
दो बार की एशियाई चैंपियन पूजा रानी और विश्व मुक्केबाजी कप अस्ताना की स्वर्ण पदक विजेता जैस्मिन लांबोरिया ने विपरीत अंदाज में जीत दर्ज कर लिवरपूल में चल रही विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत के लिए दो और पदक सुनिश्चित कर लिए। भारत ने विश्व चैंपियनशिप में 20 सदस्यीय दल उतारा है और पुरुष और महिला दोनों वर्गों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है।

लिवरपूल, प्रेट्र। दो बार की एशियाई चैंपियन पूजा रानी और विश्व मुक्केबाजी कप अस्ताना की स्वर्ण पदक विजेता जैस्मिन लांबोरिया ने विपरीत अंदाज में जीत दर्ज कर लिवरपूल में चल रही विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत के लिए दो और पदक सुनिश्चित कर लिए। महिलाओं के 80 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में पूजा रानी ने पोलैंड की एमिलिया कोटेस्र्का को 3-2 से हराया, जबकि 57 किग्रा वर्ग के मुकाबले में जैस्मिन ने उज्बेकिस्तान की अंडर-22 एशियाई चैंपियन ममाजोनोवा खुमोराबोनु को 5-0 से मात देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
भारत ने विश्व चैंपियनशिप में 20 सदस्यीय दल उतारा है और पुरुष और महिला दोनों वर्गों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है। विश्व मुक्केबाजी कप अस्ताना की स्वर्ण पदक विजेता नूपुर भारत के लिए पदक सुनिश्चित करने वाली पहली मुक्केबाज बनीं, जब उन्होंने बुधवार को महिलाओं के 80+ किग्रा क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। दो अन्य भारतीय मुक्केबाज मीनाक्षी (महिला 48 किग्रा) और जदुमणि सिंह मांडेंगबम (पुरुष 50 किग्रा) एक जीत दूर हैं और शुक्रवार को अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेलेंगे।
पूजा रानी ने किया दमदार प्रदर्शन
महिलाओं के 80 किग्रा वर्ग के रोमांचक मुकाबले में पूजा रानी ने अपने अनुभव के बल पर अपने कम उम्र की प्रतिद्वंद्वी की रफ्तार और ऊर्जा को मात दी। पहले राउंड के बाद पोलैंड की मुक्केबाज थोड़ी आगे थीं, लेकिन पूजा ने दूसरे राउंड में दबदबा बनाकर मुकाबले पर नियंत्रण कर लिया और फिर सतर्क रणनीति अपनाते हुए सेमीफाइनल का टिकट पक्का किया। महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग में जैस्मिन ने पहले राउंड में ही उज्बेक मुक्केबाज को संभलने का मौका नहीं दिया और पूरे तीनों राउंड तक बढ़त बनाए रखी।
समाप्त हुआ अभिनाश का सफर
हालांकि, पूर्व विश्व चैंपियन निकहत जरीन और विश्व मुक्केबाजी कप रजत पदक विजेता अभिनाश जमवाल का सफर क्वार्टर फाइनल में समाप्त हो गया। महिलाओं के 51 किग्रा वर्ग में निकहत ने तुर्की की दो बार की ओलंपिक रजत पदक विजेता बुसे नाज चाकिरोग्लू के खिलाफ जोरदार संघर्ष किया, लेकिन तीनों राउंड में कड़े मुकाबले के बाद जजों ने तुर्क मुक्केबाज को विजयी घोषित किया। इसके बाद पुरुषों के 65 किग्रा वर्ग में जमवाल को जार्जिया के पेरिस ओलंपिक कांस्य पदक विजेता गुरुली लाशा के हाथों 1-4 से हार झेलनी पड़ी।
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