पैरा एथलीट देवेंद्र झाझरिया को पद्म विभूषण सम्मान, कहा पेरिस पैरालिंपिक में टाप-3 में आना लक्ष्य
40 वर्षीय झाझरिया को मंगलवार को पद्म विभूषण सम्मान के लिए चुना गया। वह पैरालिंपिक खेलों में भारत के सबसे सफल व्यक्तिगत खिलाड़ी हैं जिन्होंने तीन पदक जीते हैं जिसमें दो स्वर्ण और एक रजत पदक शामिल है।
मुंबई, आइएएनएस। ओलिंपिक जैसे खेलों के महाकुंभ में देश का सिर गर्व से उंचा करने वाले पैरा एथलीट देवेंद्र झाझरिया तमाम खिलाड़ियों के लिए आदर्श बन चुके हैं। भारतीय भालाफेंक खिलाड़ी ने अब तक एक दो नहीं बल्कि 3 पैरालिंपिक मेडल भारत को झोली में डाले हैं। भारत के पैरा एथलीट देवेंद्र झाझरिया का मानना है कि 2024 पेरिस ओलिंपिक में हमारी कोशिश शीर्ष-तीन में जगह बनाने की रहेगी। 40 वर्षीय झाझरिया को मंगलवार को पद्म विभूषण सम्मान के लिए चुना गया। वह पैरालिंपिक खेलों में भारत के सबसे सफल व्यक्तिगत खिलाड़ी हैं, जिन्होंने तीन पदक जीते हैं, जिसमें दो स्वर्ण और एक रजत पदक शामिल है।
झाझरिया ने कहा, 'पेरिस में पदक जीतना मेरा नया लक्ष्य है। मैं अपना विश्व रिकार्ड भी वापस पाना चाहता हूं।' झाझरिया का मानना है कि भारत विशेष रूप से पेरिस पैरालिंपिक में एथलेटिक्स में शीर्ष तीन में स्थान बना सकता है। चीन और ईरान एथलेटिक्स में हमसे आगे हैं और तीसरे नंबर पर जापान और कोरिया जैसे कई देश हैं।
उन्होंने कहा, 'सरकार सुविधाएं दे रही हैं। हमारा लक्ष्य पेरिस ओलिंपिक में शीर्ष-तीन में जगह बनाने का रहेगा। हम निश्चित रूप से एथलेटिक्स में अच्छा कर सकते हैं।'
खेल रगों में बहने दे,
जब मन में है मैदान...!
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झाझरिया ने 2004 पैरालंपिक खेलों में भाला फेंक एफ46 प्रतियोगिता में और फिर 2016 में ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में स्वर्ण पदक जीता था। वह पिछले साल टोक्यो 2020 पैरालिंपिक खेलों में स्वर्ण जीतने के लिए पसंदीदा थे, लेकिन श्रीलंका के दिनेश प्रियंत हेराथ मुदियांसेलेज ने उन्हें पछाड़ दिया, जिन्होंने विश्व रिकार्ड 67.79 मीटर तक भाला फेंका। झझरिया ने अपना सर्वश्रेष्ठ 64.35 के साथ रजत पदक ही अपने नाम कर सके।