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    D Gukesh को भारी पड़ी गलती, कार्लसन ने सातवीं बार जीता Norway Chess का खिताब

    Magnus Carlsen won Norway Chess 2025 title विश्व चैंपियन डी गुकेश (D Gukesh) नार्वे शतरंज टूर्नामेंट के अंतिम राउंड में अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फाबियानो कारुआना के खिलाफ अहम गलती कर गए जिससे वह तीसरे स्थान पर रहकर खिताब की दौड़ से बाहर हो गए। वहीं पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लस ने रिकॉर्ड सातवीं बार यह प्रतिष्ठित खिताब जीत लिया।

    By Digital Desk Edited By: Priyanka Joshi Updated: Sat, 07 Jun 2025 06:15 PM (IST)
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    कार्लसन ने सातवीं बार जीता Norway Chess का खिताब

    स्टावेंगर (नार्वे),जागरण संवाददाता। विश्व चैंपियन डी गुकेश नार्वे शतरंज टूर्नामेंट के अंतिम राउंड में अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फाबियानो कारुआना के खिलाफ अहम गलती कर गए, जिससे वह तीसरे स्थान पर रहकर खिताब की दौड़ से बाहर हो गए। वहीं पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लस ने रिकॉर्ड सातवीं बार यह प्रतिष्ठित खिताब जीत लिया।

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    गुकेश ने 2018 के नार्वे शतरंज चैंपियन कारुआना के विरुद्ध समय समाप्त होने के कारण एक बड़ी गलती की इसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि मौका उनके हाथ से निकल गया है और उन्होंने हाथों से चेहरा ढककर निराशा जाहिर की और धीरे से अपना सिर झुका लिया।

    कार्लसन ने सातवीं बार जीता Norway Chess का खिताब

    18 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी के पास यह टूर्नामेंट जीतने का सुनहरा मौका था। टूर्नामेंट के शुरुआती दौर में उन्हें हार मिली थी, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए क्लासिकल मुकाबलों में मैग्नस कार्लसन, अर्जुन एरिगेसी और चीन के वेई यी को हराया। हालांकि, अंतिम राउंड में कारुआना के विरुद्ध निर्णायक चूक ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कार्लसन ने कार्लसन ने अर्जुन एरिगेसी के विरुद्ध अंतिम दौर में ड्रॉ खेला और 16 अंकों के साथ खिताब पर कब्जा जमाया।

    वह पहले से 15 अंकों के साथ शीर्ष पर थे। गुकेश 14.5 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे, जबकि कारुआना 15.5 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। अर्जुन एरिगैसी 13 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर रहे।

    कार्लसन ने मैच के बाद कहा, "मैं अर्जुन के विरुद्ध हारने से बचने के लिए अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी लड़ाई लड़ रहा था। गुकेश और कारुआना का मुकाबला भी मेरी नजर में था, क्योंकि वह मेरा खिताब छीन सकते थे। यह खिताब मेरे लिए राहत की तरह है। इस टूर्नामेंट में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन आखिरकार मैंने संघर्ष करके जीत दर्ज की। यह मेरे करियर का सबसे रोमांचक टूर्नामेंटों में से एक रहा।"

    महिलाओं में मुझिचुक बनीं चैंपियन

    महिलाओं के वर्ग में यूक्रेन की अन्ना मुझिचुक ने 16.5 अंकों के साथ खिताब जीता। उन्होंने भारत की आर. वैशाली के विरुद्ध क्लासिकल मुकाबला ड्रा खेलकर एक-एक अंक हासिल किया, जबकि अर्मागेडन में वैशाली ने जीत दर्ज कर आधा अंक और जोड़ा। वैशाली ने कुल 11 अंक हासिल किए। भारत की कोरेनरू हंपी ने चीनी चैंपियन जू वेनजुन से ड्रा खेलकर एक अंक जुटाया और अर्मागेडन में जीत दर्ज कर कुल 15 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। अगर वैशाली क्लासिकल मुकाबले में मुझिचुक को हरा देतीं तो हंपी खिताब जीत सकती थीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।