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    Mo Farah: 4 बार के ओलिंपिक चैंपियन का छलका दर्द, किया हैरान करने वाला खुलासा- मैं वो नहीं, जो आप सोचते हैं

    ओलिंपिक पदक विजेता धावक ने इस बात को साझा किया है कि वह जिस नाम और पहचान से दुनिया के सामने रह रहे हैं वो दरअसल झूठी है। उन्होंने यह बात सामने रखी कि उनको किसी और बच्चे का नाम देकर ब्रिटेन में लाया गया था।

    By Viplove KumarEdited By: Updated: Tue, 12 Jul 2022 04:32 PM (IST)
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    ओलिंपिक गोल्ड विजेता धावक मो फराह (फोटो ट्विटर पेज)

    नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। चार बार के ओलिंपिक चैंपियन मो फराह ने बेहद ही साहसिक कदम उठाते हुए कुछ ऐसा किया है जिसे करने का कोई आमतौर पर सोच भी नहीं सकता है। एक बेहद ही हैरान करने वाला खुलासा किया है। ओलिंपिक पदक विजेता धावक ने इस बात को साझा किया है कि वह जिस नाम और पहचान से दुनिया के सामने रह रहे हैं वो दरअसल झूठी है। उन्होंने यह बात सामने रखी कि उनको किसी और बच्चे का नाम देकर ब्रिटेन में लाया गया था।

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    मो फराह ने एक चौंकाने वाली बात का खुलासा करते हुए बताया कि जिबूती से उनको गैरकानूनी तरीके से ब्रिटेन लाया गया था। मो फराह जिस नाम से वह इस वक्त पहचाने जाते हैं वह भी उनका नहीं बल्कि किसी और बच्चे का था। बीबीसी के डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘द रीयल मो फराह’ में 39 साल के फराह ने अपनी सच्चाई दुनिया के सामने रखते हुए कहा, ‘मेर सच यह है कि जो आप मेरे लिए सोचते हैं मैं वो हूं ही नहीं।"

    ओलिंपिक में चार गोल्ड

    ब्रिटेन की तरफ से ओलिंपिक जैसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में भाग लेने वाले धावक मो ने चार स्वर्ण पदक जीते हैं। ब्रिटेन की तरफ से ट्रैक एवं फील्ड इवेंट में चार ओलिंपिक गोल्ड मेडल जीतने वाले मो पहले एथलीट हैं। उन्होंने डाक्यूमेंट्री में अपने बचपन को याद करते हुए उस राज से पर्दा उठाया जिसे दुनिया अब तक नहीं जानती थी। मो ने बताया कि वह ब्रिटेन में नहीं जन्में बल्कि उनका जन्म तो सोमालिया के उत्तर में सोमालीलैंड में हुसैन अब्दी कहीन के रूप में हुआ।

    चार साल की उम्र में हुई थी पिता की मृत्यु

    मो ने अपने बचपन के दर्दनाक किस्से सो याद करते हुए कहा, भले ही मैंने इससे पहले अपने बचपन और परिवार के बारे में जो कुछ भी कहा हो लेकिन मेरे माता पिता कभी भी ब्रिटेन में रहे ही नहीं। मेरी उम्र जब महज 4 साल थी तभी ग्रृहयुद्ध के दौरान मेरे पिता की मृत्यु हो गई थी। उनके चले जाने की वजह से मेरा पूरा परिवार टूट गया। मैं अपनी मां से अलग हो गया और मुझे यहां ब्रिटेन लाया गया। मुझे मोहम्मद फराह के नाम के एक बच्चे की जगह पर गैर कानूनी तरीके से इस देश में लाया गया था।